केंद्र सरकार हाल ही में गुवाहाटी और शिलांग में समाप्त हुए दक्षिण एशियाई खेलों का भारतीय प्रबंध संस्थान (अमदाबाद) से अध्ययन कराने की सोच रही है। युवा कार्य और खेल मंत्रालय में खेल सचिव राजीव यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम आइआइटी (अमदाबाद) से सैग खेलों का अध्ययन कराए जाने की सोच रहे हैं। वे बता सकते हैं कि कहां गलतियां रहीं और सुधार की गुंजाइश कहां है।
राष्ट्रमंडल खेलों और एफ्रो एशियाई खेलों में आयोजन समिति और सरकार के बीच मतभेदों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आयोजन समिति को पूरी स्वतंत्रता देने का प्रारूप गलत है जबकि सारा खर्च सरकार उठा रही है। इसके बाद आडिटर या सीबीआई को जांच सौंपी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर आप सरकार का पैसा ले रहे हैं तो आप इसके लिए जवाबदेह हैं। कोई महासंघ या समिति अगर सरकार से पैसा लेता है तो फिर जवाबदेही से बच नहीं सकता।