IPL 2025 की कई टीमों के कप्तानों और कोच की तरफ से घरेलू पिच क्यूरेटर्स पर सवाल उठाए गए थे। इसको लेकर कमेंटेटर्स ने भी बात की थी। इस पूरे ववाद के बीच अब क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने BCCI से मांग की है कि हर्षा भोगले और साइमन डल को ईडन गार्डन्स में होने वाले में मैचों की कंमेंट्री से प्रतिबंधित किया जाए।

बता दें कि हर्षा भोगले और साइमन डल को ईडेन गार्डनन्स में प्रतिबंधित करने को लेकर बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन की डिमांड तब आई है, जब दोनों ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को होम ग्राउंड शहर से बाहर जाने का सुझाव दिया क्योंकि घरेलू क्यूरेटर फ्रेंचाइजी की मांगों के अनुसार पिच तैयार करने में सहयोग नहीं करते हैं।

आप यहां खेलने और जीतने आए हैं, यह कोई चैरिटी नहीं है; राजस्थान रॉयल्स की हार पर बोले अंबाती रायुडू

BCA ने उठाई BCCI की मांग

रेवस्पोर्ट्ज़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआई को कड़े शब्दों में एक पत्र सौंपा है, जिसमें उनसे आग्रह किया गया है कि कमेंटेटर हर्षा भोगले और साइमन डूल को मौजूदा आईपीएल सत्र में ईडन गार्डन्स में किसी भी मैच में कमेंट्री करने से रोका जाए।

होम ग्राउंड को लेकर क्या बोले कमेंटेटर्स

बता दें कि साइमन डल ने सुझाव दिया था कि अगर ईडन गार्डन्स के क्यूरेटर से सहयोग की कमी जारी रहती है तो अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाली फ्रेंचाइजी को नया घरेलू मैदान ढूंढ लेना चाहिए। दूसरी ओर हर्षा भोगले ने भी यही बात दोहराई थी।

उन्होंने कहा था कि अगर वे घरेलू मैदान पर खेल रहे हैं, तो उन्हें ऐसी पिचें मिलनी चाहिए जो उनके गेंदबाजों के अनुकूल हों। मैंने केकेआर के क्यूरेटर द्वारा कही गई बातों के बारे में कुछ सुना है।

RCB के खिलाफ मैच से संजू सैमसन बाहर, बेंगलुरु नहीं जाएंगे राजस्थान रॉयल्स के कप्तान; जानें वजह

पिच क्यूरेटर्स के पक्ष में खड़ा हो गया बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन

इस मामले में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने पिच क्यूरेटर मुखर्जी का पक्ष लिया और कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वे केवल बीसीसीआई के नियमों का पालन कर रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि कोई भी फ्रेंचाइजी किसी भी होम ग्राउंड में तैयार होने वाली पिच को लेकर कुछ तय यह कर सकते हैं।

केकेआर के कप्तान रहाणे ने पिच क्यूरेटर से अधिक स्पिन-अनुकूल विकेट तैयार करने को कहा था, जिससे फ्रेंचाइजी के स्टार खिलाड़ियों वरुण चक्रवर्ती और सुनील नरेन को मदद मिले, लेकिन विकेट अक्सर अधिक तेज गेंदबाजों के अनुकूल साबित हुआ है।