टेस्ट क्रिकेट में भारतीय गेंदबाजी की जब भी बात होती है तो इसमें आमतौर पर स्पिनरों की ही वर्चस्व देखने को मिलता है। लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसे तेज गेंदबाज भी हुए हैं जिन्होंने अपनी गेंदबाजी के दम पर विपक्षी बल्लेबाजों का भी सम्मान अर्जित किया है। भारतीय क्रिकेट इतिहास के ऐसे ही कुछ तेज गेंदबाजों के बारे में हम यहां बताने जा रहे हैं।
1. कपिल देवः टेस्ट मैच में जब भी भारतीय तेज गेंदबाजी का जिक्र होगा, तो हमेशा कपिल देव का नाम जरुर लिया जाएगा। कपिल देव ने उस वक्त अपना वर्चस्व साबित किया जब भारत में अच्छे तेज गेंदबाजों की बेहद कमी थी। कपिल देव के साथ शुरु हुई तेज गेंदबाजी की परंपरा का ही असर है कि आज भारत में भी अच्छे तेज गेंदबाज सामने आ रहे हैं। साल 1978 से लेकर 1994 तक खेले गए 131 टेस्ट मैचों में कपिल देव ने 29.64 के औसत से 434 विकेट झटके। 1994 से लेकर साल 2001 तक वह दुनिया के सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। कपिल देव उन खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं, जिनके कारण भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता पनपी।
2. जहीर खानः बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान भारत के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार किए जाते हैं। साल 2000 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले जहीर खान के पास गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग कराने की जबरदस्त क्षमता थी, जिसने विपक्षी बल्लेबाजों को खूब छकाया। अपने 14 साल के करियर में जहीर खान ने कुल 92 टेस्ट मैच खेले और 311 विकेट झटके। जहीर खान एक वक्त टेस्ट मैच में भारत के लिए मैच विजेता खिलाड़ी थे।
3. जवागल श्रीनाथः जवागल श्रीनाथ भारत की ओर से 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले पहले गेंदबाज थे। करीब 10 सालों तक भारतीय गेंदबाजी जवागल श्रीनाथ के इर्द-गिर्द घूमती रही थी। जवागल टेस्ट के साथ ही वनडे में भी काफी असरदार रहे। साल 1991 से लेकर 2002 तक श्रीनाथ ने भारत की तरफ से 67 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान श्रीनाथ ने 30.49 की औसत से 236 टेस्ट विकेट झटके।
4. इशांत शर्माः इशांत शर्मा ने साल 2007 में 18 साल की उम्र में टीम इंडिया में डेब्यू किया था। इसके बाद से इशांत भारतीय टेस्ट टीम के लगभग नियमित सदस्य रहे हैं। मौजूदा वक्त में इशांत भारतीय टीम के सबसे सीनियर तेज गेंदबाज भी हैं। बीते 11 सालों के दौरान इशांत ने भारत की तरफ से 82 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान उनके खाते में 238 विकेट शामिल हैं। अभी भी इशांत टेस्ट क्रिकेट के अहम गेंदबाज हैं और लंबे समय तक टीम का हिस्सा बने रह सकते हैं।
5. उमेश यादवः उमेश यादव भारत की ओर से टेस्ट मैच में इस दशक में डेब्यू करने वाले सबसे बेहतरीन गेंदबाज हैं। हालांकि वह बुरे दौर से भी गुजरे हैं और टीम के अंदर-बाहर होते रहे हैं, लेकिन बीते 7 सालों के दौरान उन्होंने अपनी गेंदबाजी में काफी सुधार किया है। उमेश यादव अभी तक खेले गे 37 टेस्ट मैचों में 35 के करीब के औसत से 103 विकेट ले चुके हैं। चूंकि उमेश ने अपनी गेंदबाजी से भारत को कई टेस्ट मैचों में वापसी करायी है, इसलिए इस लिस्ट में उनका नाम आना बनता है।
6. मोहम्मद शमीः पिछले कुछ समय से मोहम्मद शमी विवादों में चल रहे हैं, लेकिन मौजूदा वक्त में टेस्ट मैचों में शमी भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। 30 टेस्ट मैचों के करियर के दौरान शमी अभी तक 28.9 के औसत से 110 विकेट ले चुके हैं। हालांकि बीते कुछ समय से अपनी फिटनेस और प्रदर्शन के कारण उनका टीम में स्थान पक्का नहीं है।
इन्होंने भी छोड़ी छापः भुवनेश्वर कुमार- आने वाले वक्त में भुवनेश्वर कुमार जरुर इस लिस्ट में आ सकते हैं। अपने 21 टेस्ट मैचों के करियर में भुवनेश्वर अभी तक 26.1 के असरदार औसत के साथ 63 विकेट ले चुके हैं। हालांकि अभी भी उनका टीम में स्थान पक्का नहीं है।
इरफान पठानः इरफान एक वक्त भारत के सबसे प्रतिभाशाली गेंदबाज माने जाते थे, लेकिन कई कारणों से उनका करियर ढलान पर आ गया। साल 2003 से लेकर 2008 तक इरफान ने 29 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 100 विकेट अपने नाम किए। इरफान के नाम एक टेस्ट हैट्रिक भी है।
करसन घावरीः करसन घावरी भारत के पहले टेस्ट गेंदबाज थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 100 विकेट का आंकड़ा छुआ। 1980 तक करसन घावरी भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज रहे। 1974 से 1981 तक करसन घावरी ने 39 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 109 विकेट झटके।