इंग्लैंड को भले ही क्रिकेट का जनक कहा जाता हो, लेकिन वह इस खेल में 44 साल बाद पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बन पाया। उसे विश्व विजेता बनाने में जिस ऑलराउंडर ने अहम भूमिका निभाई थी उसका नाम है बेन स्टोक्स। स्टोक्स दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं और बाएं हाथ से बल्लेबाजी।

स्टोक्स आज यानी 4 जून 2020 को 29 साल के हो गए। उनका जन्म न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में 1991 में हुआ था। शायद यही वजह थी कि 2019 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड की हार का कारण बनने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी तुलना विभीषण से करने लगे थे।

स्टोक्स अब इंग्लैंड के नागरिक हैं। हालांकि, उनके परिवार के कई सदस्य अब भी न्यूजीलैंड में रहते हैं। वह 12 साल की इंग्लैंड आ गए थे। उन्होंने वहीं क्रिकेट का ककहरा सीखा। स्टोक्स ने पिछले साल वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 84 रनों की नाबाद पारी खेली थी। वह मैच टाई हो गया था। सुपर ओवर में उन्होंने 3 गेंद पर 8 रन बनाए थे। इसमें एक चौका भी शामिल था। हालांकि, सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने बराबर रन बनाए थे। आईसीसी ने दोनों टीमों की ओर से लगाई गईं बाउंड्री को आधार मानकर इंग्लैंड को विश्व विजेता घोषित किया था।

उस मुकाबले में अंतिम ओवर में ओवर थ्रो लेकर विवाद पैदा हो गया था। उस ओवर थ्रो में बेन स्टोक्स और न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल शामिल थे। मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना ने विकेट पर थ्रो की गई गेंद के बाउंड्री से बाहर चले जाने पर इंग्लैंड को 6 रन दे दिए थे।

उस ओवर थ्रो में फील्डर की फेंकी गेंद स्टोक्स के बल्ले से टकराकर बाउंड्री के पार चली गई थी। इस पर स्टोक्स ने तुरंत अपने हाथ खड़े करते हुए कहा था कि इसमें उनका कोई दोष नहीं है। अंपायर द्वारा उस ओवरथ्रो को चौका देने पर काफी बहस भी हुई थी। बाद में मैदानी अंपायर ने भी अपनी गलती स्वीकार की थी।

इंग्लैंड के वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद स्टोक्स के पिता बहुत निराश हुए थे। स्टोक्स के पिता न्यूजीलैंड में थे। उन्होंने कहा था, मैं न्यूजीलैंड की हार से बहुत निराश हूं। यह काफी दुखद है कि एक टीम को ट्रॉफी के बिना ही लौटना पड़ता है। वैसे दिल पर हाथ रखकर कहूं तो बेन और उसकी टीम के लिए मैं बहुत खुश हूं लेकिन मैं अब भी न्यूजीलैंड का ही समर्थक हूं। बेन ने काफी मेहनत की थी। उसका फल उसको जीत के रूप में मिल गया।