हाल ही में रवि शास्त्री को कोच चुनने के साथ ही जहीर खान को बॉलिंग कोच और राहुल द्रविड को विदेशी दौरों के लिए बल्लेबाजी कोच चुना गया था लेकिन इसके एक दिन बाद ही बीसीसीआई ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सपोर्ट स्टाफ चुनने में रवि शास्त्री की भूमिका होगी। अब सपोर्ट स्टाफ को कप्तान विराट कोहली और बाकी खिलाड़ियों सहित रवि शास्त्री द्वारा चुना जाएगा। इससे साफ है कि जहीर खान और राहुल द्रविड का अपने-अपने पद से हटना तय है।
माना जा रहा है कि भरत अरुण को बॉलिंग कोच, संजय बांगड़ को बैटिंग, जबकि आर श्रीधर को फील्डिंग कोच चुना जा सकता है। सीएसी इस बात से आहत है कि राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी कोच और जहीर खान को गेंदबाजी कोच बनाए जाने के फैसले को मुख्य कोच रवि शास्त्री पर “थोपा गया फैसला” बताने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार सीओए ने इस बात के संकेत दिए हैं कि सीएसी को केवल मुख्य कोच नियुक्त करना था और बल्लेबाजी और गेंदबाजी कोच की नियुक्ति अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण है।
वहीं टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रह चुके संदीप पाटिल कोच की चयन प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़े किए थे। पाटिल ने सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर की काबिलियत पर अंगुली उठाई। उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली को क्रिकेच कोच चुनने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि रवि शास्त्री 2019 तक टीम इंडिया को कोचिंग देंगे। यह बतौर कोच उनका पहला कार्यकाल होगा। इससे पहले वह 2014-16 तक टीम डायरेक्टर के तौर पर टीम से जुड़े हुए थे। उनके बाद अनिल कुंबले को कोच बनाया गया था। शास्त्री के पास क्रिकेटर और कोच दोनों का अनुभव है। उनके सामने पहली चुनौती इसी महीने होने वाला श्रीलंका दौरा है।
