भारत के स्टार रेसलर बजरंग पूनिया इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेंगे। बजरंग पूनिया की कैटेगरी में न तो वह खुद कोटा लाए हैं न ही कोई और ला पाया है। बजरंग पूनिया ने पिछले एक साल में रेसलिंग में कोई मेडल नहीं जीता है। उन्होंने पिछला मेडल अप्रैल 2023 में जीता था। इसके बावजूद बजरंग पूनिया की कमाई करोड़ों में हैं। पूनिया पहलवानी के अलावा अपनी सरकारी नौकरी और एड्स से भी पैसा कमाते हैं।

बजरंग पूनिया की नेटवर्थ

बजरंग पूनिया की कुल नेटवर्थ लगभग 15 करोड़ रुपए है। बजरंग पूनिया की कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा पहलवानी से ही आता है। मेडल्स के साथ मिलने वाली राशि के साथ-साथ उन्हें सरकार और फेडरेशनंस की तरफ से भी काफी पैसा मिलता है। साल 2018 में रेसलिंग फेडरेशन के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में वह ए ग्रेड में थे। ए ग्रेड के खिलाड़ियों को सालाना 30 लाख रुपए दिए जाते थे।

इनामी राशि से मिले हैं करोड़ों रुपए

साल 2019 में फोर्ब्स की लिस्ट के मुताबिक बजरंग पूनिया हर साल 2.5 करोड़ रुपए कमाते थे। हालांकि साल 2021 में टोक्यो में मेडल जीतने के बाद बजरंग की कमाई बढ़ी है। टोक्यो में मेडल जीतने के बाद उन्हें हरियाणा सरकार की तरफ से, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और रेसलिंग फेडरशन की ओर से करोड़ों की इनामी राशि मिली थी।

रेलवे में सरकारी नौकरी भी करते हैं बजरंग

बजरंग पूनिया भारतीय रेलवे में एक ग्रेड के गजेटेड ओएसडी स्पोर्ट्स ऑफिसर हैं। उन्हें हर महीने सैलरी के तौर हजारों रुपए मिलते हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग के अलावा बजरंग ने प्रो रेसलिंग लीग से भी लाखों रुपए कमाए हैं। साल 2016 में उन्हें दिल्ली ने 38 लाख रुपए में खरीदा था। चार सीजन तक बजरंग इस टीम की ओर से खेले।

टोक्यो ओलंपिक के बाद बजरंग की ब्रैंड वैल्यू भी काफी बढ़ी। बजरंग Mobil, Asics shoes, and TT underwear जैसे ब्रांड्स को एंडोर्स कर चुके हैं। बजरंग पूनिया ने अपने पैतृक गांव में आलीशान घर बनाया है जो कि किसी हवेली से कम नहीं है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा में भी उन्होंने प्रोपर्टी खरीदी है। इस खिलाड़ी को गाड़ियों का भी शौक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके पास रेनॉल्ट काइगर, टोयोटा फॉर्च्यूनर और ऑडी क्यू7 जैसी महंगी गाड़ियां हैं।