Wrestler Protest against WFI: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से नाराज चल रहे भारतीय पहलवान एक बार फिर धरने पर बैठ गए हैं। अपनी मांगे पूरी न होने से नाखुश रेसलर्स ने अपनी मांगो के लेकर फिर जंतरमंतर पहुंच गए हैं। ओलिंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने कहा, ‘हमें केवल एक ही शिकायत है। हमारी मांगों को लेकर कुछ भी नहीं किया गया है। हम यहां रेसलिंग को बचाने उतरे हैं। हम चार बजे इस पर में विस्तार से बात करेंगे।’

दिल्ली पुलिस ने दर्ज नहीं की रिपोर्ट

बजरंग पूनिया ने बताया कि उन्होंने कनॉट प्लेस के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने की कोशिश की लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। विनेश फोगाट ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कई महिला पहलवानों ने देश के लिए मेडल जीते लेकिन उनके साथ पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने यौन शोषण किया है. 21 अप्रैल को शिकायत करने के बावजूद दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है.’ वहीं दिल्ली पुलिक का कहना है कि वो जांच करने के बाद ही एफआईआर दर्ज करेंगे।

बजरंग को नहीं खेल मंत्रालय पर भरोसा

एएनआई से बात करते हुए बजरंग ने कहा, ‘मैंने एक खबर पढ़ी थी जिसमें कहा गया कि कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि उनके साइन के बिना ही रिपोर्ट खेल मंत्रालय को दे दी गई। वो रिपोर्ट के साथ सहमत भी नहीं थे। अगर कमेटी के सदस्य को ही रिपोर्ट में शामिल नहीं किया जा रहा है तो हम किसपर भरोसा करे। हमें ये भी नहीं बताया गया कि रिपोर्ट खेल मंत्रालय को दे दी गई है।’

जांच कमेटी ने अब तक नहीं दी रिपोर्ट

पहलवानों ने साल की शुरुआत में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ धरना किया था। उनका कहना था कि बृजभूषण सिंह खिलाड़ियों के साथ पक्षपात करते हैं। उनके शय में ही कोच महिला खिलाड़ियों के साथ शोषण करते हैं। इसके बाद जांच कमेटी बनाई गई थी जिसमें मैरीकॉम और ओलिंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त शामिल थे। चार हफ्ते में इस कमेटी को रिपोर्ट देने थी लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। पहलवानों का आरोप है कि कमेटी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है।