ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने शनिवार को खेल मंत्रालय से अनुरोध किया कि देश में कुश्ती गतिविधियां फिर शुरू कराई जायें क्योंकि पेरिस ओलंपिक में सात महीने ही रह गए हैं । उन्होंने यह भी कहा कि ओलंपिक की तैयारियों को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के प्रदर्शन के बाद से देश में पिछले कई महीने से कुश्ती ठप पड़ी है।

कई महीने से बंद है कुश्ती गतिविधियां

डब्ल्यूएफआई के नये पदाधिकारियों के चुनाव के बाद भी विवाद खत्म नहीं हुआ क्योंकि खेल मंत्रालय ने संजय सिंह की अध्यक्षता वाली पैनल को निलंबित कर दिया जिसने राष्ट्रीय अंडर 15 और अंडर 20 चैम्पियनशिप का ऐलान करके अपने ही संविधान का उल्लंघन किया था । बजरंग ने एक्स पर लिखा ,‘‘ पिछले कई महीने से कुश्ती गतिविधियां बंद पड़ी है । कोई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप या शिविर भी आयोजित नहीं किया गया ।’’

बजरंग ने की भावुक अपील

संजय सिंह के अध्यक्ष बनने पर अपना पद्मश्री सम्मान लौटाने वाले बजरंग ने कहा ,‘‘ सात महीने बाद ओलंपिक है लेकिन कोई गंभीरता से नहीं ले रहा। कुश्ती ने पिछले चार ओलंपिक में हमें लगातार पदक दिये हैं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं खेल मंत्रालय से अनुरोध करता हूं कि कुश्ती गतिविधियां जल्दी शुरू कराई जाये ताकि खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित रहे।’’

बदल गया कुश्ती महासंघ का पता

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने शुक्रवार को अपना कार्यालय अपने पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास से हटा लिया है जिस पर हाल में खेल मंत्रालय ने गंभीर आपत्ति जतायी थी। एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘बृजभूषण के घर को खाली करने के बाद डब्ल्यूएफआई नयी दिल्ली में एक नये पते से काम करेगा। ’’ डब्ल्यूएफआई का नया कार्यालय नयी दिल्ली के हरिनगर में है। खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर को अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित पैनल को चुने जाने के तीन दिन बाद ही निलंबित कर दिया था।