ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने अपने 13 साल के वनडे क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है। 36 साल के मैक्सवेल ने 2012 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी और 149 वनडे मैचों में करीब 4,000 रन बनाए। दो बार के वनडे विश्व कप विजेता मैक्सवेल ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान चयनकर्ता जॉर्ज बेली से कहा था कि वह 2027 विश्व कप तक नहीं खेल पाएंगे।
मैक्सवेल ने “फाइनल वर्ड” पॉडकास्ट में बताया, “मैंने जॉर्ज से कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं 2027 तक खेल पाऊंगा। अब समय है कि मेरी जगह नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाए, ताकि वे उस जगह को अपना बनाएं और विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करें।” मैक्सवेल ने यह फैसला इस साल की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उंगली की चोट से पहले ही ले लिया था।
2027 विश्वकप के लिए नए खिलाड़ियों की करनी होगी तलाश
मैक्सवेल के इस फैसले के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के कई बड़े खिलाड़ी वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। मार्कस स्टोइनिस, स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर भी हाल ही में इस प्रारूप से हट चुके हैं। अब ऑस्ट्रेलिया को 2027 विश्व कप के लिए नई प्रतिभाओं की तलाश करनी होगी। मैक्सवेल के इस फैसले के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के कई बड़े खिलाड़ी वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। मार्कस स्टोइनिस, स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर भी हाल ही में इस प्रारूप से हट चुके हैं। अब ऑस्ट्रेलिया को 2027 विश्व कप के लिए नई प्रतिभाओं की तलाश करनी होगी।
…मैं अपनी टीम को निराश कर रहा हूं
मैक्सवेल ने बताया कि 50 ओवर के खेल के हिसाब से उनका शरीर साथ नहीं दे रहा है। उनको विपरित परिस्थितियों में अब मुश्किल हो रही थी। चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में लाहौर की सख्त मैदान पर खेलने के बाद उन्हें काफी थकान महसूस हुई। इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ गीले मैदान पर 50 ओवर फील्डिंग करने के बाद उनकी हालत और खराब हो गई। उन्होंने कहा, “अगर परिस्थितियां सही नहीं हैं, तो मेरा शरीर 50 ओवर के खेल को झेलने में मुश्किल महसूस करता है। मुझे लगता है कि मैं अपनी टीम को निराश कर रहा हूं।”
मैक्सवेल के रिकॉर्ड
ग्लेन मैक्सवेल ने अपने वनडे करियर में 149 मैचों में 4000 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक, चार शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने इस प्रारूप में 77 विकेट भी हासिल किए हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और उपयोगी गेंदबाजी ने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम का अहम ऑलराउंडर बनाया है। मैक्सवेल की आक्रामक शैली और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें विश्व क्रिकेट में एक खास मुकाम दिलाया है।
मुश्किल समय पर तूफानी पारी
2023 वनडे विश्व कप में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में अफगानिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया बेहद मुश्किल स्थिति में थी, जब उसने 91 रनों पर अपने सात विकेट खो दिए थे। इस संकट के समय मैक्सवेल ने असाधारण साहस और कौशल दिखाया। गंभीर मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद, जब वह मुश्किल से खड़े हो पा रहे थे, मैक्सवेल ने कप्तान पैट कमिंस के साथ मिलकर नाबाद 201 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। 128 गेंदों पर खेली गई यह पारी, जिसमें उन्होंने 292 रनों के लक्ष्य को पार कराया, वनडे क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में से एक मानी जाती है।