भारत की टेनिस स्टार अंकिता रैना ने इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला डबल्स के मुख्य ड्रॉ में अपना स्थान पक्का कर लिया है। अंकिता किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने वाली पांचवीं भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी बन गई है। वो सानिया मिर्जा के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। सानिया ने 2005 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम मैच ऑस्ट्रेलियन ओपन में ही खेला था। वर्ष का पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट सोमवार से शुरू होगा।
अंकिता से पहले निरुपमा मांकड़ (1971), निरुपमा वैद्यनाथन (1998), शिखा ओबराय (2004) और सानिया मिर्जा मुख्य ड्रॉ में खेल चुकी हैं। अंकिता महिला एकल के मुख्य ड्रा में जगह नहीं बना पाई, लेकिन उनके पास पहले दौर के मैच समाप्त होने से पहले तक ‘लकी लूजर’ के तौर पर क्वालीफाई करने का मौका रहेगा। इस 28 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी ने रोमानिया की मिहेला बुजारनेकु के साथ जोड़ी बनाई है और उन्हें महिला युगल में सीधा प्रवेश मिला है। सानिया के बाद अंकिता दूसरी भारतीय हैं जो ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के महिला युगल में भाग लेंगी।
अंकिता ने कहा, ‘‘यह ग्रैंड स्लैम का मेरा पहला मुख्य ड्रॉ है इसलिए यह एकल है या युगल मैं इससे खुश हूं। कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद मैं यहां तक पहुंची हूं। केवल कड़ी मेहनत ही नहीं बल्कि लोगों के सहयोग और आशीर्वाद से भी मैं यहां पहुंच पाई हूं। मैं इसे नहीं भूल सकती। शुरू में मुझे ड्रॉ में अपना नाम नहीं दिखा था। अभ्यास के बाद मैंने ड्रॉ देखा और उत्सुकता में अपना नाम ढूंढा, लेकिन मुझे अपना नाम नहीं दिखा। इसके बाद मेरे कोच ने मुझे बताया कि मुझे ड्रॉ में जगह मिली है।’’
साल के पहले ग्रैंडस्लैम में चार भारतीय खेलेंगे। सुमित नागल पुरुष एकल में जबकि रोहन बोपन्ना और दिविज शरण युगल में अपनी चुनौती पेश करेंगे। नागल पहले दौर में लिथवानिया के रिकार्ड्स बेरेनकिस से भिड़ेंगे। बोपन्ना ने जापान के बेन मैकलाचलान के साथ जोड़ी बनाई है और वे पहले दौर में जी सुंग नाम और मिन कियु सोंग कोरियाई जोड़ी का सामना करेंगे। शरण और स्लोवाकिया के उनके जोड़ीदार इगोर जेलेनी पहले दौर में जर्मनी के यानिक हाफमैन और केविन क्रावित्ज से भिड़ेंगे।