अॉस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को विश्व खेलों का डोनाल्ड ट्रंप करार देते हुए आरोप लगाया कि वह उनके खिलाड़ियों के खिलाफ झूठी खबरें फैला रहे हैं। ‘डेली टेलीग्राफ’ में छपे एक लेख में बेबुनियाद दावों के लिए कोहली की आलोचना की गई। इसमें निराशा भी जताई गई कि बीसीसीआई या आईसीसी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। लेख में कहा गया ,‘‘ विराट कोहली खेलों के डोनाल्ड ट्रंप हो गए हैं।’’ इसमें कहा गया,‘‘ ट्रंप की ही तरह कोहली अपनी कमियों को छिपाने के लिए मीडिया को आरोपी ठहरा रहे हैं। वह अपने आप में कानून बन गए हैं और गलत खबरें फैलाने पर भी बीसीसीआई या आईसीसी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।’’

मौजूदा श्रृंखला में कोहली ने कहा कि अॉस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने डीआरएस फैसले लेते समय ड्रेसिंग रूम की मदद ली। स्मिथ ने एक मौके पर यह बात स्वीकारी, लेकिन इससे इनकार किया कि उन्होंने हर बार ऐसा किया। तीसरे टेस्ट के दौरान डेविड वॉर्नर के आउट होने पर कोहली ने अपने कंधे पकड़कर विकेट का जश्न मनाया चूंकि स्मिथ ने उनकी कंधे की चोट का मजाक उड़ाया था। लेख में कहा गया कि ऐसी कोई फुटेज उपलब्ध नहीं है और सरकारी प्रसारक ने स्मिथ से माफी मांग ली थी चूंकि उसी पर दावा किया गया था कि स्मिथ ने कोहली की कंधे की चोट का मजाक उड़ाया। इसमें कहा गया,‘‘ टीवी फुटेज से साफ था कि एक साथी खिलाड़ी ने स्मिथ के कंधे पर हाथ रखा था।’’

बता दें कि भारत और अॉस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दोनों टीमों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मंगलवार को  भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अॉस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर बड़ा हमला किया था। विराट ने स्मिथ पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने टीम इंडिया के फिजियो पैट्रिक फरहर्ट का अपमान किया है। कोहली ने कहा था कि कुछ अॉस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने फरहर्ट पर तंज कसे थे। हालांकि कंगारू टीम ने इन आरोपों का खंडन किया था।

विराट ने कहा था कि 4-5 अॉस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पैट्रिक का नाम ले रहे थे, मुझे नहीं पता क्यों। वह हमारे फिजियो हैं और हमारा इलाज करना उनका काम है। उन्होंने मीडिया से कहा था कि आपको पूछना चाहिए कि वह उनका नाम क्यों ले रहे थे। जब कोहली से एक अॉस्ट्रेलियाई पत्रकार ने ग्लेन मैक्सवेल द्वारा मजाक उड़ाए जाने की घटना के बारे में उनसे पूछा तो उन्होंने कहा था, यह काफी हास्यास्पद है कि हमारे लोग प्राथमिक तौर पर क्रिकेट के बारे में पूछ रहे हैं और आप विवादित चीजों पर सवाल कर रहे हैं, लेकिन ठीक है। एेसी चीजें मैदान पर होती रहती हैं।