पाकिस्तान दौरे पर पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी एस्टन एगर की पत्नी मेडलाइन एगर को उनके पति की जान को खतरा होने की धमकी मिली थी। इस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने दावा किया था कि धमकी भेजी गई है लेकिन बोर्ड की जांच के बाद यह ‘विश्वसनीय’ नहीं पाई गई। इसी को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम 24 साल बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान का दौरा कर रही है। ऑस्ट्रेलियाई टीम 27 फरवरी रविवार को रावलपिंडी पहुंची थी। शुक्रवार से इस दौरे पर टीम पहला टेस्ट मैच खेलेगी। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर एश्टन एगर की पत्नी को उनकी पति के लिए धमकी भरा इंस्टाग्राम मैसेज आया।

धमकी वाले मैसेज की जांच हुई और बाद में पता चला कि यह कोई फेक अकाउंट है। मैसेज में एगर और उनकी पत्नी के अलावा उनके बच्चों की जान को भी खतरा बताया गया था। जबकि एगर के कोई बच्चे नहीं हैं। इस पूरे मामले की जांच के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने बयान में कहा कि,’बोर्ड को उस सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पता है। पीसीबी , क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और दोनों देशों की संयुक्त सरकारी सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच की है।’

इसमें आगे कहा गया कि,’इस प्रकार की सोशल मीडिया गतिविधि के लिए व्यापक सुरक्षा योजना मौजूद हैं, जिन्हें इस मामले में जोखिम नहीं माना जाता है। इस समय कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी।’ सुरक्षा एजेंसी के सूत्र ने कहा है कि,’ऑस्ट्रेलियाई टीम की सिक्योरिटी ने भी इसकी जांच की और धमकी को विश्वसनीय नहीं पाया है।’

पाकिस्तानी मीडिया ने क्या कहा?

वहीं पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यह धमकी भारत से आई थी। जियो टीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि, सूत्रों ने जियो न्यूज को बताया कि यह धमकी एक फेक इंस्टाग्राम अकाउंट jyot.isharma391 से भेजी गई थी। इस अकाउंट को गुजरात के रहने वाले मृदुल तिवारी द्वारा हैंडल किया जा रहा है। यह भी बताया गया कि, मृदुल IMC लिमिटेड में पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा अधिकारी के तौर पर तैनात हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में न्यूजीलैंड की टीम ने मैच शुरू होने के कुछ घंटों पहले ही अपना दौरा रद्द कर दिया था। उस दौरान भी टीम का कहना था कि, उनको सोशल मीडिया पर धमकियां दी गई थीं। इसके बाद टीम पूरा दौरा छोड़कर स्वदेश लौट गई थी। इसके तुरंत बाद इंग्लैंड ने भी अपना पाकिस्तान का दौरा रद्द करने का फैसला लिया था।

2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर लाहौर में हमले के बाद से पाकिस्तान में क्रिकेट गतिविधियों पर प्रतिबंध था। देश में पिछले कुछ समय से घरेलू टी20 क्रिकेट खेला जा रहा है और कुछ टीमों ने भी हाल ही में दौरा किया है। लेकिन हमले के बाद पिछले कुछ साल तक पाकिस्तान में क्रिकेट पर फुल स्टॉप लगा हुआ था। अक्सर पाकिस्तान यूएई में श्रंखलाओं की मेजबानी करता था।