डेविड वॉर्नर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले हैं। पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच के बाद वह रिटारयमेंट ले लेंगे। इससे पहले उनकी बैगी ग्रीन कैप गायब हो गई है। उन्होंने मंगलवार सुबह एक भावुक वीडियो पोस्ट करके इसे लौटाने की अपील की। यह कैप कितनी अहमियत रखती है इसका अंदाजा पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद के बयान से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार इसे देशभर में तलाश कराए। जरूरत पड़े तो जासूस लगाए। हालांकि, मसूद ने यह बात मजाक में कही, लेकिन किसी भी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर के लिए बैगी ग्रीन कैप काफी अहमियत रखती है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
क्या है बैगी ग्रीन कैप
टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी बैगी ग्रीन कैप पहनकर मैदान पर उतरते हैं। ऊन से बनी यह टोपी हरे रंग की होती है। टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने पर खिलाड़ी को यह टोपी दी जाती है। इसपर नंबर लिखा होता। यह नंबर बताता है कि वह देश का प्रतिनिधित्व करने वाले कितने नंबर के खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया ही नहीं विश्व हर क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के कैप पर नंबर लिखा होता।
बैगी ग्रीन कैप क्यों है महत्वपूर्ण
बैगी ग्रीन ऑस्ट्रेलिया टीम के समृद्ध इतिहास और परंपरा का प्रतीक है, जो न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों बल्कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की सामूहिक एकजुटता का भी प्रतिनिधित्व करता है। इसका इस्तेमाल 1900 के दशक में शुरू हुआ। तब से, यह राष्ट्रीय गौरव और खेल के प्रति प्रतिबद्धता का एक प्रतीक बना हुआ है।
जब शेन वॉर्न की बैगी ग्रीन ने नीलामी में की रिकॉर्ड तोड़ कमाई
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर दिवंगत शेन वॉर्न की बैगी ग्रीन कैप साल 2020 में नीलामी में 1 मिलियन डॉलर में बिकी थी। फिलहाल 1 मिलियन डॉलर 8 करोड़ रूपये होते हैं। ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के लिए इसे नीलाम किया गया था।
