कर्नाटक के 19 वर्षीय एथलीट अभिन भास्कर देवडिगा ने गुवाहाटी में जूनियर नेशनल में U-20 के 200 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। युवा एथलीट देवडिगा ट्रैक हो या स्टेज हमेशा लोगों की नजर में रहना चाहते हैं। दरअसल, वे अपने ऑर्केस्ट्रा में ड्रम बजाते हैं। जनवरी के अंतिम सप्ताह में भोपाल में जूनियर फेड कप में जीत के बाद देवडिगा के लिए एक पखवाड़े में यह दूसरा राष्ट्रीय स्तर का गोल्ड मेडल है।
100 और 200 मीटर स्पेशलिस्ट देवडिगा ने पिछले दो टूर्नामेंट में कुल चार नेशनल मेडल (दो गोल्ड और दो सिल्वर) हासिल किए हैं। इस संगीतकार और एथलीट ने गुवाहाटी में शीर्ष स्थान के लिए 21.34 सेकंड लिए। उन्होंने रितिक मलिक और नालुबोथु शनमुगा श्रीनिवास को पीछे छोड़ा। हालांकि, देवडिगा U20 200 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से 0.14 सेकंड पीछे रह गए। उदुपी के रहने वाले इस एथलीट ने कहा, ‘‘यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था। मैं गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी अपने इस प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं।’’
देवडिगा बी.कॉम सेकंड ईयर के छात्र हैं। वे छह साल की उम्र से ड्रम बजा रहे हैं। उन्होंने अपने शिक्षक के बैंड ‘रिदम म्यूजिक ग्रुप’ के साथ देश भर में संगीत कार्यक्रमों में हिस्सा लेना शुरू किया था। देवडिगा ने कहा, ‘‘मै आठ साल की उम्र में इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘यंगेस्ट ड्रमर टू प्ले स्पॉट म्यूजिक’ के तौर पर शामिल हो गया था। मैंने तब से कई संगीत समारोहों, शादियों और अन्य समारोहों में हिस्सा लिया है। जब मैं कक्षा चार में था तब मैंने दौड़ने में अपना हाथ आजमाया और मुझे यह पसंद आया। ड्रम बजाने के दौरान मैंने जो लय विकसित की, उसने मुझे मेरे दौड़ने में मदद की।’’
देवडिगा का यह प्रदर्शन अगस्त में केन्या के नैरोबी में होने वाले U20 वर्ल्ड इवेंट के लिए क्वालीफिकेशन मार्क (21.38s) के भीतर था, लेकिन वे इवेंट से दो दिन पहले 20 साल के हो जाएंगे। इस कारण वे इवेंट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पिछले साल भी तैयार था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ऐसा नहीं हो सका। यह मेरे लिए बड़ा झटका है, लेकिन इस पर मैं ज्यादा नहीं सोच सकता।’’