बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स के ट्रायल से छूट दिए जाने के भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है। मंगलवार को बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट की कैटेगरी में खेलने वाले विशाल कालीरमाण और अंतिम पंघाल और उनके परिवार सड़क पर उतर आए। प्रदर्शनकारी पहलवान हिसार के छोटू राम चौक में एकत्रित हुए और उन्होंने प्रत्येक भार वर्ग में ट्रायल्स कराने की मांग की।

सड़क पर उतरे पहलवान

इन पहलवानों में अंतिम पंघाल के अलावा बजरंग के भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाले विशाल कालीरमण के परिवार के सदस्य भी शामिल थे। हिसार के बाबा लालदास अखाड़ा और दिल्ली के मशहूर छत्रसाल स्टेडियम के पहलवानों के अलावा आसपास के गांव के वरिष्ठ नागरिक भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। अंतिम पंघाल के पिता रामनिवास ने पीटीआई से कहा,‘‘ हम यहां आईओए के तदर्थ पैनल के फैसले का विरोध करने के लिए एकत्रित हुए हैं। हम आज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अपना प्रदर्शन जारी रखने के लिए जल्द ही फैसला करेंगे।’’

अंडर 20 वर्ल्ड चैंपियन हैं अंतिम पंघाल

टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग (65 किग्रा) और विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश (53 किग्रा) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर में एक महीने तक चले विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। बृजभूषण पर उन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। अंतिम पंघाल 53 किग्रा भार वर्ग में अंडर 20 विश्व चैंपियन है।

इंदिरा गांधी स्टेडियम में धरना देने को तैयार पहलवान

उन्होंने पहले ही एक वीडियो जारी करके विनेश को महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग में छूट देने के फैसले पर सवाल उठाए। हिसार के भागना गांव की रहने वाली अंतिम पंघाल ने पत्रकारों से कहा कि केवल वही नहीं, 53 किग्रा में कई अन्य पहलवान हैं, जो विनेश को हरा सकते हैं। इस 19 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ जनवरी में बजरंग और विनेश का समर्थन करने के बाद अब उन्हें लगता है कि उनके साथ धोखा हुआ है। अंतिम पंघाल के शुरुआती कोच में से एक लिली सिसाई ने कहा कि अगर छूट वापस नहीं ली गई तो वे दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में धरना देंगे। इसी स्टेडियम में 22 और 23 जुलाई को ट्रायल्स होंगे।