इंचियोन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने सोलह बरस के लंबे इंतजार के बाद एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता जबकि महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने भी पीला तमगा हासिल करके भारत को 17वें एशियाई खेलों की पदक तालिका में नौवें स्थान पर पहुंचा दिया। भारतीय हॉकी टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर स्वर्ण जीता और रियो ओलंपिक 2016 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। वहीं महिलाओं की 4 गुणा 400 मीटर रिले टीम ने एशियाई खेलों की रेकार्ड टाइमिंग के साथ पीला तमगा हासिल किया। इस टीम में प्रियंका पंवार, टिंटू लुका, मनदीप कौर और एमआर पूवम्मा शामिल थीं।

मुक्केबाजी में सतीश कुमार और विकास कृष्णन ने कांस्य पदक जीते जबकि गोलाफेंक में इंदरजीत सिंह ने भी कांसा जीता। भारत ने गुरुवार को कुल पांच पदक अपने नाम किए और बुधवार को 11वें स्थान पर रहने के बाद दो पायदान चढकर नौवें स्थान पर पहुंच गया। भारत के अब कुल 55 पदक हो गए हैं जिनमें नौ स्वर्ण, नौ रजत और 37 कांस्य शामिल है। चीन 322 पदक के साथ पहले जबकि दक्षिण कोरिया दूसरे और जापान तीसरे स्थान पर है।


भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर स्वर्ण पदक जीता और रियो ओलंपिक 2016 के लिए क्वालीफाई कर लिया। इस जीत के साथ ही एशियाई खेलों में स्वर्ण का भारत का 16 साल का इंतजार भी खत्म हो गया। भारत ने आखिरी बार 1998 में बैंकाक में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता था। निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा जिसमें भारत ने चार गोल किए जबकि गत चैंपियन पाकिस्तान दो गोल ही कर सका।

भारत के लिए आकाशदीप सिंह, रुपिंदर पाल सिंह, वीरेंद्र लाकड़ा और धरमवीर सिंह ने पेनल्टी शूटआउट में गोल दागे जबकि मनप्रीत सिंह नाकाम रहे। वहीं पाकिस्तान के लिए मोहम्मद वकास और शफकत रसूल ने गोल दागे जबकि मोहम्मद हसीम खान और मोहम्मद उमर भुट्टा गोल नहीं कर सके। इससे पहले निर्धारित समय में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान सीनियर ने तीसरे ही मिनट में गोल दाग दिया था। भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में कोथाजीत सिंह ने किया।