एशिया कप 2025 से पहले यूपी टी20 लीग (UP T20 League)में शानदार प्रदर्शन करने वाले रिंकू सिंह को टी20 क्रिकेट तक सीमित नहीं रहना चाहते। रिंकू को टी20 स्पेशलिस्ट का टैग पसंद नहीं है। भारत के लिए टेस्ट खेलना उनका सपना है। यही वजह है कि उन्होंने टी20 स्पेशलिस्ट कहने पर रणजी ट्रॉफी में अपने बल्लेबाजी औसत का जिक्र किया।
रिंकू प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उत्तर प्रदेश के लिए खेलते हैं। उन्होंने 50 मैच की 72 पारियों में 54.68 के औसत से 3336 रन बनाए हैं। इसमें 7 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं। नाबाद 163 उनका सर्वोच्च स्कोर है। रिंकू सिंह के आइडल भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना हैं। वह रैना की तरह भारतीय टीम को योगदान देना चाहते हैं।
रिंकू सिंह खुद को सभी प्रारूप का खिलाड़ी मानते हैं
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में टी20 स्पेशलिस्ट कहे जाने के सवाल पर रिंकू ने कहा, “मुझे पता है कि जब मैं छक्के लगाता हूं तो प्रशंसकों को बहुत अच्छा लगता है और मैं इसके लिए सचमुच आभारी हूं। लेकिन मेरा रणजी ट्रॉफी औसत भी बहुत अच्छा है,वहां मेरा औसत 55 से ज्यादा है। मुझे लाल गेंद से क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है।”
रिंकू ने काटा गदर, 33 पर 25 रन बनाने के बाद बदला गियर, अगली 15 गेंदों पर ठोके 5 चौके और 5 छक्के
मौका लपकने को तैयार रिंकू
रिंकू सिंह ने कहा, “मैंने भारत के लिए दो वनडे मैच भी खेले हैं और उनमें से एक में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए, ऐसा नहीं है कि मैं सिर्फ टी20 का खिलाड़ी हूं। मेरा मानना है कि अगर मुझे मौका मिले तो मैं हर प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं। मुझे एक प्रारूप के खिलाड़ी का टैग पसंद नहीं है। मैं खुद को सभी प्रारूपों के खिलाड़ी के रूप में देखता हूं। मेरा सपना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है और अगर मुझे मौका मिला, तो मैं इसे लपकने के लिए तैयार हूं।”
सुरेश रैना हैं रिंकू सिंह के आदर्श
सुरेश रैना को अपना आदर्श बताते हुए रिंकू सिंह ने कहा, “सुरेश रैना भैया मेरे आदर्श हैं। वह हमेशा मुझसे कहते हैं, ‘रिंकू, हर चीज के लिए तैयार रहना।’ मुझे भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने और उसमें भी योगदान देने में बहुत खुशी होगी। रैना भैया ने ज्यादातर मैच उसी पोजिशन पर खेले हैं जहां मैं बल्लेबाजी करता हूं। उन्होंने कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं। मैं भी भारत के लिए सभी फॉर्मेट में ऐसा ही खिलाड़ी बनना चाहता हूं।”