श्रीलंका ने गुरुवार एशिया कप में बारिश से प्रभावित सुपर-4 चरण के बेहद रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को डीएलएस के तहत दो विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई। पाकिस्तान के 252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने मेंडिस की 87 गेंद में आठ चौकों और एक छक्के से 91 रन की पारी और समरविक्रम (48) के साथ उनकी तीसरे विकेट की 100 रन की साझेदारी से अंतिम गेंद पर आठ विकेट पर 252 रन बनाकर जीत दर्ज की। श्रीलंका ने इस जीत के साथ कई रिकॉर्ड कायम किए और यह साबित किया कि वह इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम क्यों हैं।

श्रीलंका का रिकॉर्ड चेज

श्रीलंका ने गुरुवार को 252 रन का स्कोर चेज किया। यह उसका वनडे एशिया कप में तीसरा सबसे बड़ा चेज है। साल 2014 में उन्होंने फातुल्लाह में भारत में के खिलाफ 265 रन चेज किए थे जो कि उनका सर्वश्रेष्ठ चेज है। वहीं उसी साल उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ही 261 रन चेज किया था। श्रीलंका की यह रोमांचक जीत एशिया कप की तीसरी सबसे करीबी जीत है। इससे पहले साल 2014 में श्रीलंका ने भारत के खिलाफ दो विकेट से जीत की थी। वहीं 2014 में ही भारत ने आखिरी गेंद पर जाकर पाकिस्तान को एक विकेट से मात दी थी।

12वीं बार फाइनल में श्रीलंका

इस जीत के साथ ही श्रीलंका 12वीं बार एशिया कप के फाइनल में पहुंचा है। वह सबसे ज्यादा बार एशिया कप का फाइनल खेलने वाली टीम है। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत है जो 10 बार फाइनल में पहुंचा है। पाकिस्तान पांच और बांग्लादेश तीन बार फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहा है। एशिया कप में यह दूसरा ही मौका है जब कोई टीम आखिरी गेंद पर जाकर मैच जीती। साल 2018 में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी गेंद पर मुकाबला जीता था।

श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच गुरुवार को खेला गया एशिया कप का सुपर चार चरण का मुकाबला बारिश के एक और विलंब के कारण 42 ओवर का कर दिया गया था। यह मैच दोनों टीमों के लिए नॉकआउट की तरह था। सुपर-4 का आखिरी मुकाबला भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाना है लेकिन फाइनल खेलने वाली टीम का चयन पहले ही हो चुका है।