इंग्लैंड इस साल एशेज की मेजबान कर रहा है लेकिन टीम का प्रदर्शन न तो फैंस को खुश कर पाया है न ही दिग्गजों को प्रभावित करने में कामयाब रहा। पहले टेस्ट में मिली हार के बाद लॉर्ड्स टेस्ट में भी उनकी शुरुआत खराब ही रही है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन पांच विकेट खोकर 339 रन बनाए। स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, डेविड वॉर्नर ने अर्धशतक जमाया। इंग्लैंड की टीम न तो अच्छी गेंदबाजी कर सकी और न ही फील्डिंग। नतीजा यह रहा कि टॉस जीतकर भी टीम पिछड़ती नजर आई।
इंग्लैंड को डांट की जरूरत
टीम के प्रदर्शन से नाराज दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन ने कहा, ‘इंग्लैंड की ओर से देखूं तो ऐसा कुछ नहीं हुआ, जिसपर मेरी नजर जाए। गेंदबाजी सच में काफी शर्मनाक रही. कंडीशन ओवरकास्ट थी. ऐसा विकेट था, जो आपके तेज गेंदबाजों की मदद करता। आपके पास ऐसे गेंदबाज थे, जो 78-79 मील प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर रहे थे। मुझे लगता है कि कोच ब्रैंडन मैक्कलम को खिलाड़ियों को जरूर कड़ी डांट चाहिए थी और उन्हें ये बताना चाहिए था कि वो अच्छे नहीं थे.”
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने भी एशेज सीरीज खेली है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के ब्रेक के बाद इंग्लिश गेंदबाजों से पहले ऑस्ट्रेलियाई बैटर मैदान पर थे. जबकि इंग्लैंड के गेंदबाजों में ये बेताबी होनी चाहिए कि हम गेंदबाजी करने को तैयार हैं। आप क्या मजाक कर रहे थे।’
नासिर हुसैन ने भी लगाई फटकार
वहीं नासिर हुसैन ने कहा, ‘वह टॉस जीतने के बावजूद पीछे रहे। टीम की गेंदबाजी में आक्रामकता की कमी थी। पांचों गेंदबाजों की गति में गिरावट थी। उन्होंने बाउंसर नहीं डालीं और फील्डिंग भी बहुत खराब रही। वह स्पार्क कहां गया? किस बात की जल्दबाजी थी। बारिश रुकने के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पवेलियन की सीढ़ियों पर थे जबकि टीम ऊपर ही थी। आपको जाकर अभ्यास करना चाहिए था।’