हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर मैनचेस्टर में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करना- यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि अंशुल कम्बोज की हकीकत है। छह दिसंबर 2000 को करनाल के फाजिलपुर गांव में जन्में अंशुल कम्बोज ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में डेब्यू कर भारत के 318वें टेस्ट क्रिकेटर बनने का गौरव हासिल किया।
खास यह है कि जिस मैदान पर अनिल कुंबले ने साल 1990 में डेब्यू किया था, वहीं अंशुल ने भी कदम रखा। कुंबले और कम्बोज के बीच ‘AK’ नाम से लेकर 10 विकेट तक कई समानताएं हैं। अनिल कुंबले ने 09 अगस्त 1990 को मैनचेस्टर में ही टेस्ट डेब्यू किया था। अनिल कुंबले के बाद इस मैदान पर टेस्ट में डेब्यू करने वाले भारतीय अंशुल कम्बोज ही हैं।
कुंबले और कम्बोज दोनों ले चुके हैं पारी में 10-10 विकेट
अंशुल कम्बोज और अनिल कुंबले का शॉर्ट नाम भी ‘AK’ है। अनिल कुंबले की तरह अंशुल कम्बोज भी एक पारी में 10 विकेट की उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं। रणजी ट्रॉफी 2024-25 में अंशुल कम्बोज हरियाणा की ओर से खेलते हुए रोहतक में केरल के खिलाफ पारी के सभी 10 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। तब अंशुल कम्बोज ने 30.1 ओवर्स में सिर्फ 49 रन देकर 10 विकेट झटके थे। इस दौरान नौ ओवर मेडन भी रहे।
यही नहीं, अंशुल कम्बोज का जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, आरपी सिंह, करुण नायर और श्रेयस अय्यर से भी खास कनेक्शन है। अंशुल कम्बोज 23 जुलाई 2025 को उन भारतीय क्रिकेटर्स की फेहरिस्त में शामिल हो गए, जिनका जन्मदिन 6 दिसंबर को पढ़ता है। बता दें कि आरपी सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 06 दिसंबर 1985 को हुआ था।
रविंद्र जडेजा का जन्म सौराष्ट्र के नवगांव-खेड़ में 06 दिसंबर 1988 को हुआ था। करुण नायर का जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले में 06 दिसंबर1991 को हुआ था। जसप्रीत बुमराह का जन्म अहमदाबाद में 06 दिसंबर 1993 को हुआ था। श्रेयस अय्यर का जन्म मुंबई में 06 दिसंबर 1994 को हुआ था।
खेती करते हैं अंशुल के पिता
अंशुल को यूं तो तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के कवर के तौर पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था, लेकिन कुछ घंटों बाद ही उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी चुन लिया गया। अंशुल कम्बोज किसान परिवार से आते हैं। फाजिलपुर गांव में उनके पिता उधम सिंह खेती करते हैं। अंशुल बचपन बचपन में ही क्रिकेट खेलने लगे थे। क्रिकेट के प्रति उनके लगाव को देखते हुए परिवार ने सिर्फ छह साल की उम्र में उन्हें इस खेल की ट्रेनिंग दिलानी शुरू कर दी। अंशुल कम्बोज ने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट ट्रेनिंग भी जारी रखी।
8 KM पैदल चलकर जाते थे अकादमी
अंशुल कम्बोज को करनाल स्थित सतीश राणा की अकादमी पहुंचने के लिए घर से लगभग 8 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता था। इसके लिए वह सुबह 4 बजे ही उठ जाते थे। छह फीट दो इंच लंबे अंशुल गेंद से स्विंग के साथ एक्स्ट्रा बाउंस भी हासिल करते हैं। उन्हें एक ही लेंथ पर लगातार गेंदबाजी के लिए जाना जाता है।
2022 में घरेलू क्रिकेट में किया था डेब्यू
अंशुल कम्बोज ने साल 2022 में घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2023-24 में 10 मुकाबले खेलते हुए 17 विकेट अपने नाम किए। अंशुल कम्बोज की प्रतिभा को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस ने 20 लाख रुपये के बेस प्राइस में अपने साथ जोड़ा। अंशुल कम्बोज ने अपने पहले सीजन में 3 मैच में दो विकेट हासिल किए, लेकिन अगले ही साल वह टीम से रिलीज कर दिए गए।
IPL नीलामी में CSK ने 3.4 करोड़ खरीदा था
आईपीएल 2025 के लिए हुए मेगा ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने अंशुल कम्बोज को 3.4 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा। अंशुल कम्बोज ने आईपीएल 2025 में सीएसके की ओर से कुल 8 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 8 विकेट चटकाए।
अंशुल कम्बोज के फर्स्ट क्लास करियर की बात करें तो उन्होंने 24 मैच में 79 विकेट हासिल किए, जबकि 25 लिस्ट ए मुकाबलों में यह गेंदबाज 40 विकेट ले चुका है। अंशुल कम्बोज ने अपने करियर में अब तक 30 टी20 मुकाबले भी खेले, जिसमें उनके नाम 34 शिकार हैं। अंशुल कम्बोज कारगर बल्लेबाज भी हैं, उन्होंने फर्स्ट क्लास करियर में एक अर्धशतक के साथ 486 रन बनाए हैं।