भारत के लेग स्पिनर अमित मिश्रा लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। वे भारत के लिए पिछली बार 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में टी20 मैच खेले थे। उसके बाद से उनकी वापसी नहीं हो पाई है। मिश्रा ने इस बारे में कहा, ‘‘उन्हें आजतक पता नहीं चला कि वे टीम से बाहर क्यों है। मेरा प्रदर्शन हमेशा अच्छा रहा है फिर भी टीम में नहीं हूं।’’ मिश्रा ने कहा कि उन्हें बिना बताए टीम से बाहर कर दिया गया था। कप्तान विराट कोहली से मदद मांगी, लेकिन नहीं मिली। मिश्रा भारत के लिए 22 टेस्ट में 76 विकेट ले चुके हैं। 36 वनडे में उनके नाम 64 और 10 टी20 में 16 विकेट हैं।

मिश्रा ने ‘स्पोर्ट्स तक’ को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘न्यूजीलैंड की टीम आई थी भारत। मैं मैन ऑफ द सीरीज था। फाइनल मैच में मैं मैन ऑफ द मैच थी। इसके बाद इंग्लैंड की टीम आई तो मुझे वनडे में नहीं खिलाया गया। फिर टी20 में पहला और दूसरा मैच नहीं खेल पाया। तीसरे मैच में मैं खेला। उसी मुकाबले में मैं चोटिल हुआ था। अच्छी गेंदबाजी की थी। 2-3 विकेट भी लिए थे। अनिल भाई (अनिल कुंबले) कप्तान थे। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम जाओ और फिट होकर आओ। मैं गया, लेकिन चोट लंबी हो गई। ठीक नहीं हो रही थी।’’

मिश्रा ने इसके आगे कहा, ‘‘मैं नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में 7-8 महीने था। जब मैं फिट होने लगा तो एक-दो चयनकर्ताओं से बात भी किया, लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया। उसके बाद अचानक फिजियो का कॉल आया कि मुझे मैच फिट होना है। मैंने तीन डोमेस्टिक मैच 20-22 विकेट लिए थे। उसके बाद फिर चोटिल हुआ और वापसी करते हुए वनडे और टी20 में खेला। बेहतरीन प्रदर्शन किया था। फिर आईपीएल में भी अच्छा खेल दिखाया।’’

भारतीय लेग स्पिनर ने कहा, ‘‘आईपीएल के बाद कोई कम्यूनिकेशन नहीं, कोई बात नहीं। किसी ने आजतक नहीं पूछा कि क्या हाल है। फिटनेस कैसी है। उस समय विराट कोहली टीम के कप्तान बन गए थे। मैंने आईपीएल के बाद उनसे बात भी की। कोहली ने कहा कि चयनकर्ताओं से पूछकर बताता हूं। उसके बाद आजतक किसी ने बात ही नहीं की। किसी ने मेरी कमी नहीं बताई। अभी भी मैं मैच खेल रहा हूं और प्रदर्शन कर रहा हूं। मेरे साथ चोटिल होने वाले ऋद्धिमान साहा की वापसी हुई, लेकिन मेरी नहीं। टीम का नियम है कि जो चोटिल होकर बाहर जाएगा वह सबसे पहले अंदर आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’’