दुनिया भर में कोरोनावायरस का प्रकोप है। इसके महामारी की चपेट में दुनिया भर में अब तक 12.75 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं कोविड-19 के कारण अब तक 69 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। देश में भी इसके संक्रमितों की संख्या 4 हजार के पार पहुंच गई है। इस वायरस की चपेट में आने के कारण देश में अब तक 109 लोगों की जान जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस कारण लोग अपने-अपने घरों पर हैं। हालांकि, राजनीतिज्ञों का एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी को लेकर कोई लॉकडाउन नहीं है। वे सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के खिलाफ जमकर भड़ास निकाल रहे हैं।

ताजा मामला आप की पूर्व विधायक और मौजूदा समय में कांग्रेस की नेता अलका लांबा और पहलवान योगेश्वर दत्त से जुड़ा है। अलका लांबा ने 5 अप्रैल को रात में एक फोटो नरेंद्र मोदी की एक फोटो पोस्ट की। इसमें संघ के गणवेष में किसी सभा को संबोधित करते दिख रहे हैं। इसके कैप्शन में लांबा ने लिखा, ‘संघ का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं, पर सच्चाई यह है कि भाजपा के सारे नेता संघ की ही नाजायज पैदाइश हैं।’

यह बात लंदन ओलंपिक के पदक विजेता योगेश्वर दत्त और भाजपा नेता को नागवार गुजरी। उन्होंने रिट्वीट किया, ‘नाजायज पैदाइश कौन है इसका पता तो आप की बातों से लग रहा है अलका लांबा। आप की सोच से आप की परवरिश का भी पता लग गया। जिस इंसान की फोटो पर आप ने लिखा है। उस इंसान के लिए देशवासियों का प्यार आप ने देख भी लिया होगा। पूरा देश साथ में खड़ा है। बस आप जैसे कुछ मानसिक रोगियों को छोड़कर।’


इसके बाद योगेश्वर दत्त ने अलका लांबा को संबोधित करते हुए 6 अप्रैल की दोपहर 3:52 बजे एक ट्वीट किया। इसमें योगेश्वर दत्त ने अलका लांबा के तथाकथित ट्वीट का स्क्रीनशॉट लगाया गया था। इस स्क्रीनशॉट पर जो लिखा था, उसमें योगेश्वर दत्त के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। संदेश में ट्विटर की डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) में पीएम मोदी संग वाली फोटो लगाने पर भी योगेश्वर दत्त पर सवाल उठाए गए थे। योगेश्वर की मां को भी घसीटा गया था।

इस पर योगेश्वर दत्त ने लिखा, ‘सार्वजनिक मंच पर ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाली को जब अपनी गरिमा का ध्यान नही तो मै इनसे अपने, मेरी मां अथवा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के गौरव का ध्यान रखने की आशा कैसे करूं। इस देश में पुरुष होने का कुछ घाटा भी है। आप महिला कार्ड भी खेल लीजिएगा। शर्म करो अलका लांबा।’ बता दें कि योगेश्वर दत्त को 2012 में खेलों के सबसे बड़े पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।