भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि जिंबाब्वे के कप्तान एल्टन चिगुंबुरा तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में शुक्रवार को जब यहां मेजबान टीम को लक्ष्य के करीब ले जा रहे थे तो भावनाओं को काबू में रखना मुश्किल था। चिगुंबुरा ने अपने करिअर का दूसरा वनडे शतक जड़ा लेकिन उनकी टीम 256 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चार रन से हार गई।
स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी वाली भारतीय टीम की अगुआई कर रहे रहाणे ने कहा कि मैं धैर्य बरकरार रखने की कोशिश कर रहा था लेकिन अंदर से काफी नर्वस था। एल्टन चिगुंबुरा ने जिस तरह बल्लेबाजी की इस मैच को कोई भी जीत सकता था। बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को श्रेय जाता है। रहाणे ने कहा कि मुझे खुशी है कि सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
अंबाती रायुडू ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की क्योंकि शुरुआत में विकेट आसान नहीं था। वे जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे उसे ड्रेसिंग रू म से देखना शानदार था। उनके और बिन्नी के बीच साझेदारी शानदार रही। रहाणे का मानना है कि 255 का स्कोर प्रतिस्पर्धी था।
उन्होंने कहा कि हमें पता था कि हमारा क्षेत्ररक्षण अच्छा है। इस तरह से स्कोर में 10 से 15 अतिरिक्त रन जुड़ सकते हैं। हरभजन सिंह और अक्षर पटेल को श्रेय जाता है, उन्होंने अच्छी गेंदबाजी और और बाद में धवल कुलकर्णी और भुवनेश्वर कुमार ने दबाव में अच्छी गेंदबाजी की।
104 रनों की नॉटआउट पारी खेलने के बावजूद टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहने से चिगुंबुरा निराश दिखे और उन्होंने उम्मीद जताई कि गलती से सीखेंगे और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि इतना करीब आने के बाद मैच गंवाना निराशाजनक है। यह ऐसी चीज है जिससे हम सीख सकते हैं। मुझे लगता है कि यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट था लेकिन हम विकेट गंवाते चले गए।