भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में कई जगहों पर देश का नाम ऊंचा किया है। मिताली राज, झूलन गोस्वामी, स्मृति मंधाना सभी ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई उंचाइयों पर पहुंचाया है। लेकिन एक वाकिया 2017 महिला वनडे वर्ल्ड कप में ऐसा हुआ जिसे शायद टीम कभी नहीं भूल पाएगी।

वह फाइनल मुकाबला जहां पूरी टीम ही नहीं बल्कि पूरा देश ट्रॉफी के सपने देखने लगा था। भारतीय टीम इंग्लैंड की महिला टीम को लगभग हरा ही चुकी थी। 191 रन पर स्कोर था 3 विकेट और जीत के लिए चाहिए थे महज 38 रन। अचानक ऐसा तूफान आया की भारत की पूरी टीम 219 रनों पर ऑलआउट हो गई। ये सिलसिला शुरू हुआ था पूनम राउत के विकेट से जिन्होंने 86 रन बनाए थे।

इसके बाद सुषमा वर्मा खाता नहीं खोल पाईं। फिर सेट बैटर वेदा कृष्णमूर्ति भी 35 रनों पर वापस पवेलियन लौट गईं। इसके बाद झूलन गोस्वामी, दीप्ती शर्मा, शिखा पांडे एक-एक करके पूरी भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इस तरह भारत के हाथों से ट्रॉफी आते-आते फिसल गई। मैदान पर भारतीय फैंस खामोश थे मानो सांप सूंघ गया हो।

भारतीय क्रिकेटर्स की आंखों में आंसू थे। सभी चेहरे लटक गए थे। उसी लम्हे पर बात करते हुए झूलन गोस्वामी जो उस टीम का हिस्सा थीं उन्होंने गौरव कपूर को बताया कि,’हम एक दूसरे से बात नहीं कर पा रहे थे। एक दूसरे की आंख में आंख डाल कर बात करने में शर्म आ रही थी। बहुत बुरा दिन था वो हम सब बहुत दुखी थे।’

भारत की स्टार तेज गेंदबाज ने आगे बताया कि,’ हम इतना दुखी थे कि पूरा ग्राउंड खाली हो गया था रात का 11.30 बज चुका था। सब चले गए थे और हमारी बस का ड्राइवर और एक दो सिक्योरिटी पर्सन बस। इतने लोग थे। हमें विश्वास नहीं हो रहा था कि आखिर कैसे अच्छा खेलने के बावजूद हम फाइनल हार गए थे। भगवान ऐसा लम्हा दोबारा टीम को ना दिखाए।’

स्मृति मंधाना का डेडिकेशन लाजवाब

झूलन गोस्वामी ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओपनर स्मृति मंधाना को लेकर भी एक राज खोला और एक किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि,’बात है 2013-14 की उस वक्त मैं और स्मृति रूम पार्टनर थे। एक दिन ट्रेनिंग सेशन नहीं था और वह ऑफ डे था। लेकिन सुबह अचानक मेरी आंख खुली टुक-टुक की आवाज सुनकर।’

उन्होंने आगे बताया कि,’मैंने देखा कि स्मृति एक छोटा बैट लिए परछाई के साथ लीनिंग की प्रैक्टिस कर रही थी। मैंने जब उससे पूछा कि क्या हो गया। तो उन्होंने कहा कि कल मैं नेट्स पर लीन करके प्रैक्टिस नहीं कर रही थी। उस वक्त वो नई-नई टीम में आई थी। मैं ये देखकर हैरान थी, इसी तरीके से वह अपनी तैयारी करती हैं।’