पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने 15 साल पुराने दुष्कर्म मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है। शोएब अख्तर पर 2005 में एक लड़की से दुष्कर्म की कोशिश करने का आरोप लगा थ। शोएब ने हेलो ऐप के साथ बातचीत में कहा, ‘मुझ पर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बलात्कार के आरोप लगे थे। हालांकि, सच्चाई यह है कि वह पाकिस्तानी टीम का कोई दूसरा खिलाड़ी था, जिसका एक लड़की से ‘बिगाड़’ हो गया था। पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट ने उस खिलाड़ी की करतूत छिपाई। मैंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से कहा कि भले ही उस लड़के का नाम उजागर नहीं करें, लेकिन इतना बता दें कि वह इंसान शोएब अख्तर नहीं है। जब वह घटना हुई थी तो सब लोग मुझ पर शक कर रहे थे।’

अख्तर ने कहा, ‘मैंने पीसीबी से कहा कि मेरा क्या लेना-देना नहीं है। पीसीबी ने मुझसे कहा कि तुम बहुत पार्टी करते हो, लेकिन ये सब चीज किसी और ने की थीं। पीसीबी ने आज तक मेरा नाम साफ नहीं किया है। मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई। आज मैं पहली बार दुनिया के सामने ये बातें कह रहा हूं। ये हरकत ऐसे खिलाड़ी ने की थी जो कि टीम का सबसे शरीफ आदमी बताया जाता था।’

बता दें कि उस घटना के बाद 2005 में अख्तर को बीच दौरे से ही पाकिस्तान बुला लिया गया था। इस वजह से भी सभी का शक शोएब अख्तर पर गया था। शोएब अख्तर ने यह भी बताया कि 2000 में उन्हीं के टीम के 6 सीनियर खिलाड़ी उन्हें पीटने आए थे।

अख्तर के मुताबिक, ‘उनमें से एक बहुत बड़ा ओपनिंग बल्लेबाज था। वह 5 अन्य खिलाड़ियों के साथ मुझे बैट से मारने आया था। शोएब ने बताया, उन लोगों को इस बात से तकलीफ थी कि मीडिया, लड़कियां मेरे पीछे रहती हैं। मुझे ड्रेसिंग रूम में काफी कुछ सहना पड़ा।’

बातचीत के दौरान अख्तर ने यह भी कबूला कि उन्होंने मोहम्मद आसिफ को बल्ला मारा था। शोएब ने कहा, ‘मेरी 15 साल में किसी से लड़ाई नहीं हुई, लेकिन उस दिन मोहम्मद आसिफ ने सारी हदें पार कर दी थीं। मैंने गुस्से में आकर उसे बैट मार दिया था। उसे तो और मारना चाहिए था। हालांकि, अब मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।’

अख्तर ने यह भी बताया कि उन्होंने बर्किंघम पैलेस में सकलैन मुश्ताक का गला पकड़ लिया था। उनकी मोहम्मद यूसुफ से भी लड़ाई हुई थी। अख्तर ने हरभजन सिंह से लड़ाई की बात स्वीकारी। अख्तर ने बताया कि उन्हें इतना गुस्सा आ गया था कि वह हरभजन सिंह को मारने के लिए उनके कमरे में भी गए थे।

अख्तर ने कहा, ‘मुझे दांबुला में हरभजन सिंह पर बड़ा गुस्सा आ गया था। मैं उन्हें मारने को उनके कमरे में भी गया था। मैंने उनके कमरे की चाबी भी बनवा ली थी, लेकिन वह मुझे मिले नहीं। यदि मिल जाते तो बहुत पिटते।’