स्टीव स्मिथ ने सिडनी टेस्ट के पांचवें दिन के खेल के दौरान ऋषभ पंत के क्रीज पर लगाए गए निशान (बल्लेबाजी गार्ड) से छेड़छाड़ करने के आरोपों पर ‘हैरानी और निराशा’ जताई है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के इस दिग्गज बल्लेबाज बल्लेबाज की दलील है कि मैचों के दौरान ऐसा वह अक्सर करते रहते हैं। उन्हें निशान बनाने की आदत है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने भी इस मामले में एक तरह से ‘काउंटर अटैक’ किया है। उन्होंने स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को ‘बकवास से भरा’ करार दिया है।

तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन के खेल के दौरान ड्रिंक्स ब्रेक के समय के वीडियो फुटेज में स्मिथ को क्रीज के पास बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए निशान से छेड़छाड़ करते देखा गया था। वीडियो फुटेज में दिख रहा था कि ड्रिंक्स ब्रेक के बाद लौटे ऋषभ पंत दोबारा से गार्ड ले रहे हैं। ऋषभ पंत ने उस मैच में 97 रन की तेजतर्रार पारी खेलकर भारत के मैच जीतने की उम्मीदों को जीवंत कर दिया था। स्मिथ ने ‘न्यूज क्रॉप’ से कहा, ‘मैं इस तरह की प्रतिक्रिया से काफी हैरान और निराश हूं।’ स्मिथ ने कहा कि वह वहां से कुछ चीजों को समझने और अभ्यास के लिए ऐसा कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैं अक्सर मैचों में ऐसा करता हूं, ताकि यह समझ सकूं कि हम कहां गेंदबाजी कर रहे हैं और बल्लेबाज उसका सामना कैसे कर रहे हैं। मुझे वहां निशान बनाने की आदत है।’

क्रीज के निशान को पैर से खरोचने के वीडियो के वायरल होने के बाद स्मिथ को प्रशंसकों और भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की आलोचना झेलनी पड़ी थी। टीम के पूर्व कप्तान स्मिथ ने कहा कि इसने और कुछ अन्य विवादों ने भारत की शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन की चमक को प्रभावित किया। उन्होंने कहा, ‘यह निराशाजनक है कि इसने और कुछ अन्य विवादों ने कल भारत की शानदार बल्लेबाजी की चमक को थोड़ा फीका कर दिया।’

उधर, लैंगर ने बुधवार सुबह एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं कुछ बकवास पर सचमुच विश्वास नहीं कर सकता। जो भी मैंने स्टीव स्मिथ के बारे में पढ़ा वह पूरी तरह से बकवास है। अगर कोई स्टीव स्मिथ को जानता है- वह थोड़ा विचित्र है, वह कुछ अजीब चीजें करता है। हम पिछले कुछ साल में उसकी इन हरकतों पर कई बार हंसे हैं। मैंने सार्वजनिक रूप से इसके बारे में बात की है। मैंने इसके बारे में निजी तौर पर कहा है कि वह थोड़ा विचित्र है। स्मिथ क्रीज पर ऐसा ही करता है, वह ज्यादातर मैचों में ऐसा करता है।’