आकाश चोपड़ा और रविचंद्रन अश्विन रवि शास्त्री के उस बयान से रत्तीभर भी सहमत नहीं हैं, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच ने कहा था कि सिर्फ 6 देशों को ही टेस्ट क्रिकेट खेलने की मंजूरी देनी चाहिए। आकाश चोपड़ा ने तो रवि शास्त्री के वनडे क्रिकेट पर दिए उस बयान को भी समझ से परे बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वनडे क्रिकेट के मुकाबले सिर्फ वर्ल्ड कप में ही होने चाहिए।
रवि शास्त्री ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष 6 टीमों को खिलाने की सलाह दी थी। रवि शास्त्री ने कहा था क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को जीवित रखने के लिए मुकाबलों की संख्या की जगह अच्छे स्तर के मुकाबलों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। रवि शास्त्री ने कहा था कि टेस्ट क्रिकेट 10 या 12 टीमों के साथ नहीं खेला जा सकता, शीर्ष 6 टीमों को ही इसमें हिस्सा लेना चाहिए।
आकाश चोपड़ा ने यूट्यूब पर अपने चैनल पर कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट को टियर्स में खेला जा सकता है, लेकिन अगर टॉप 6 टीमें ही टेस्ट क्रिकेट खेलेंगी तो मुझे लगता है विश्व क्रिकेट संकट में आ जाएगा, जिसमें टेस्ट क्रिकेट भी शामिल है।’
आकाश चोपड़ा ने पूछा कि 6 टीमें चुनी कैसे जाएंगी। उन्होंने इस पर भी सवाल खड़े किए कि बाकी की टीमें क्या करेंगी। उन्होंने कहा, ‘6 देश कौन से होंगें? यह निर्णय कौन लेगा? यदि ऐसा हो भी जाता है तो बाकी की टीमें क्या करेंगी?’
आकाश चोपड़ा ने यह भी कहा अगर बाकी की टीमें टेस्ट क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेती हैं तो वह अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट ढांचे को भी हटा देंगी। विश्व भर में बढ़ते टी20 क्रिकेट, फ्रेंचाइजी टी20 लीग की वजह से शीर्ष खिलाड़ी शायद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलें ही नहीं। आकाश चोपड़ा ने वनडे क्रिकेट को हटाकर सिर्फ उस फॉर्मेट का वर्ल्ड कप खेलने के सुझाव को भी नकार दिया।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘फुटबॉल वर्ल्ड कप से क्रिकेट की तुलना भी गलत है। अगर आप बिल्कुल भी वनडे क्रिकेट नहीं खेलते है और सिर्फ वर्ल्ड कप-वर्ल्ड कप में ही खेलते हैं, तो इस प्रारूप में खेलने की जरूरत ही क्या है? आप इसे क्यों लेकर चल रहे हैं। वनडे क्रिकेट को छोड़ दें, वह बिल्कुल ठीक रहेगा। वर्ल्ड कप उसी फॉर्मेट में होना चाहिए।’
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘हाल ही में रवि भाई ने कहा था कि टेस्ट क्रिकेट को ऐसा फॉर्मेट बनाया जाना चाहिए, जिसमें सिर्फ 3-4 देश ही खेलें। लेकिन जब 3-4 देश ही खेलेंगे तो आयरलैंड जैसी टीमों को खेलने का मौका नहीं मिलेगा।’
उन्होंने कहा, ‘आप मुझसे पूछ सकते हैं कि टेस्ट क्रिकेट और टी20 क्रिकेट के बीच क्या संबंध है। जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे तभी आपका प्रथम श्रेणी ढांचा बेहतर होगा। और जब आपका फर्स्ट क्लास स्ट्रक्चर अच्छा होगा तभी लोगों को ज्यादा मौके मिलेंगे। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी अपने खेल को टी20 क्रिकेट के हिसाब से ढालते हैं। इस तरह क्रिकेट ने आकार लिया है।’
