क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। इसमें किस ओवर में पूरा मैच पलट जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। कई मौके एेसे भी होते हैं, जिसमें एक टीम की हार तय लगती है, लेकिन अंत में वह जीत जाती है। टीम इंडिया के साथ भी कई बार एेसा हुआ है, जिसमें खराब शुरुआत के बाद भी उसने विरोधी टीम के छक्के छुड़ा दिए। नजर डालते हैं एेसे 5 मैचों पर : 

भारत बनाम जिम्बॉब्वे (1983) : 1983 के वर्ल्ड कप के फाइनल से पहले टुनब्रिज वेल्स में भारत और जिम्बॉब्वे की भिड़ंत हुई थी। इस मैच में भारत के 5 विकेट महज 17 रन पर गिर गए थे और 78 रनों पर 7 भारतीय बल्लेबाज पवेलियन में नजर आ रहे थे। लेकिन तत्कालीन कप्तान कपिल देव की शानदार 175 रनों की पारी की बदौलत भारत ने 60 ओवरों में 266/8 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारत ने यह मैच 30 रनों से जीता था।

भारत बनाम इंग्लैंड (2002) : 2002 की नेटवेस्ट सीरीज शायद ही कोई भूल पाए। इंग्लैंड ने पहाड़ जैसा 325 रनों का टारगेट भारत के सामने रखा था। जवाब में 146 रनों पर भारत के पांच विकेट गिर चुके थे। लेकिन मोहम्मद कैफ (87) और युवराज सिंह के (69) की बदौलत भारत ने एक विकेट से इंग्लैंड को हराकर नेटवेस्ट ट्रॉफी जीत ली थी।

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भारत बनाम अॉस्ट्रेलिया (2011) : 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारत का सामना वनडे में अॉस्ट्रेलिया से हुआ। उस वक्त अॉस्ट्रेलिया वर्ल्ड चैम्पियन थी। कंगारू टीम की धारदार गेंदबाजी के आगे भारतीय टीम के 122 रनों पर 4 विकेट गिर गए। लेकिन इसके बाद राहुल द्रविड़ और 22 वर्षीय विरेंद्र सहवाग की बदौलत टीम का स्कोर 315 तक पहुंच गया। भारत ने यह मैच 60 रनों से जीता था।

भारत बनाम इंग्लैंड ( 2017) : विराट कोहली को वनडे और टी20 की कप्तानी दिए जाने के बाद इंग्लैड के खिलाफ पुणे में खेले गए मैच में भी भारत की शुरुआत बेहद खराब रही थी। इंग्लैंड ने भारत के आगे 351 रनों का लक्ष्य रखा था और सिर्फ 64 रनों पर भारत के 4 खिलाड़ी आउट हो चुके थे। इसके बाद कप्तान विराट कोहली (122) और केदार जाधव (120) ने मिलकर पारी को संभाला और हार्दिक पांड्या ने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचाया।

भारत बनाम जिम्बॉब्वे (2002) : श्रीलंका के कोलंबो में खेले गए इस मैच में कमजोर माने जाने वाली जिम्बॉब्वे ने भारतीय बैटिंग लाइनअप को पस्त कर दिया था। 87 रनों पर 5 खिलाड़ी पवेलियन में बैठे थे। इसके बाद राहुल द्रविड़ और मोहम्मद कैफ ने छठे विकेट के लिए 117 रन जोड़े और भारत को 288 रनों तक पहुंचाया। जवाब में जिम्बॉब्वे के एंडी फ्लॉवर ने 145 रन बनाए, लेकिन उनकी टीम 14 रनों से हार गई थी।