भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल क्रिकेट के मैदान पर बेहद सफल हैं और भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व वो वनडे व टी20 प्रारूप में कर चुके हैं। आईपीएल में भी चहल खासे सफल रहे हैं और 2023 में भी राजस्थान के लिए खेलते हुए उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन इन तमाम उपलब्धियों को हासिल करने के बाद भी वो मायूस हैं। दरअसल चहल की मायूसी इस बात से है कि वो भारत के लिए अब तक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं।

32 साल के चहल ने अब तक भारत के लिए 72 वनडे मैचों में 121 विकेट लिए हैं जबकि 75 टी20 मैचों में उनके नाम पर 91 विकेट दर्ज है जबकि उन्होंने टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में 2016 में डेब्यू किया था। आईपीएल में उन्होंने ड्वेन ब्रावो को पीछे छोड़ते हुए इस लीग में सबसे ज्यादा विकेट (187 विकेट) लेने वाले गेंदबाज इस सीजन में बने थे। क्रिकट्रैकर से बात करते हुए चहल ने कहा कि वो भारत के लिए रेड बॉल क्रिकेट खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि उनके नाम के आगे टेस्ट क्रिकेटर का टैग लग जाए।

चहल ने कहा कि हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वो इंटरनेशनल लेवल पर अपनी टीम के लिए टेस्ट में प्रतिनिधिव्त करें और वो शिखर पर तब पहुंचते हैं जब सफेद जर्सी पहनकर देश के लिए रेड बॉल क्रिकेट खेलते हैं। मेरा भी ऐसा ही सपना है क्योंकि व्हाइट बॉल क्रिकेट में मैंने काफी कुछ हासिल किया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में मैं अब तक डेब्यू नहीं कर पाया हूं। मेरे अभी भी सपना है कि मेरे नाम के आगे टेस्ट क्रिकेटर का टैग लग जाए। मैं घरेलू और रणजी क्रिकेट में अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं ताकि मेरा यह सपना पूरा हो सके और मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही भारतीय टेस्ट टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।

टी20 वर्ल्ड कप में खेलने को लेकर चहल ने कहा कि कुछ चीजें अपने हाथ में नहीं है और मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं मैदान पर अपना सौ फीसदी देने की कोशिश करता हूं। टीम में चयन एक ऐसी चीज है जो हमारे हाथ में नहीं है। चाहे आप खेल रहे हों या नहीं, लेकिन जब आप एक बार नीली जर्सी पहनते हैं और टीम का हिस्सा बनते हैं तो यह आपको हमेशा आत्मविश्वास की भावना देता है। कम से कम आप वहां हैं और जो कुछ भी आने वाला है उसके लिए तैयार रहना होगा।