भारत ने साल 2011 में जब वनडे वर्ल्ड कप जीता तो उसका श्रेय खिलाड़ियों के साथ-साथ पूरे सहयोगी स्टाफ को भी दिया गया था। टीम के स्पोर्टिंग स्टाफ में मेंटल कंडिशनिंग कोच पैडी अप्टन भी शामिल थे। अप्टन ने मानसिक तौर पर खिलाड़ियों को हर परिस्थिति के लिए तैयार किया था। अब यही काम वह भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए करने वाले हैं।
पैडी अप्टन हॉकी से जुडेंगे
हॉकी इंडिया ने हांग्जू में होने वाले एशियन गेम्स से पहले पैडी अप्टन को अपने साथ जोड़ा है। टीम जल्द ही चेन्नई में होने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने वाली है। अप्टन एक जुलाई से साई के बेंगलुरु सेंटर में सेशन शुरू करेंगे। तीन अलग-अलग हिस्सों में यह कैंप होगा। अप्टन कोच होने के साथ-साथ एक अच्छे लेखर, वक्ता, प्रोफेसर हैं।
ऑस्ट्रेलियाई हॉकी टीम के साथ जुड़े रहे हैं पैडी अप्टन
वह पिछले 20 साल से अलग-अलग खेलों से जुड़े एथलीट्स के साथ काम कर रहे हैं और अपना काफी नाम बना चुके हैं। भारत को वर्ल्ड कप जिताने के अलावा इस टीम को टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनाने में भी अप्टन का हाथ रहा था। इसके बाद उनके साथ रहते ही साउथ अफ्रीका की टीम भी तीनों फॉर्मेट में नंबर वन बनी। वह साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की पुरुष हॉकी टीम से भी जुड़े रहे हैं। इसके अलावा वह इंडियन सुपर लीग में एफसी गोवा और एफसी हैदराबाद का भी हिस्सा रहे हैं। वहीं वह इंग्लैंड की रग्बी टीम से भी जुड़े रहे।
टीम से मिला था फीडबैक
दिग्गज हॉकी खिलाड़ी और फेडरेशन के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा, ‘हॉकी इंडिया चाहता था कि टीम की तैयारियों में कोई कमी न रहे। एशियन गेम्स में ओलंपिक क्वालिफिकेशन दांव पर होगी। टीम को दबाव मैनेज करने के लिए हम मेंटल कंडीशनिंग कोच लाए हैं। हमें उम्मीद है कि पैडी अप्टन टीम को मानसिक रूप से मजबूत करेंगे। हमें समझ आया कि बड़े टूर्नामेंट से पहले इस ओर ध्यान देना भी जरूरी है।’ हॉकी के जनरल सेकेटरी ने बताया कि उन्हें टीम से सबसे बड़ा फीडबैक यही मिला कि खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य सुधारने की जरूरत है। पैडी इसी काम में एक्सपर्ट हैं।