अपनी कप्तानी में केकेआर को 2 बार चैपिंयन बनाने वाले गौतम गंभीर ने अभी हाल ही में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की है। इस दिग्गज बल्लेबाज ने भारतीय क्रिकेट को कई उपलब्धियां दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। वहीं आईपीएल की बात करें तो पिछले सीजन को छोड़ दें तो गंभीर के लिए हर सीजन बेहद खास रहा था। केकेआर को चैंपियन बनाने के बाद गंभीर अपने होम टीम दिल्ली के साथ पिछली सीजन जुड़े थे लेकिन जब उनके बल्ले और कप्तानी दोनों ने उन्हें निराश किया उन्होंने कप्तानी से खुद को अलग कर लिया और श्रेयस अय्यर को कप्तानी मिली। इसके बाद गंभीर ने एक मुकाबला भी नहीं खेला। इस फैसले पर गंभीर ने अपनी बेबाक राय रखी है।
बता दें कि गंभीर दिल्ली के साथ 2.80 लाख की कीमत के साथ जुड़े थे। उन्होंने इस सीजन का आगाज भी पंजाब के खिलाफ शानदार अर्धशतक जड़कर किया लेकिन इसके बाद उन्हें निराशा ही हाथ लगी और अगले 4 मुकाबलों में वो सिर्फ 30 रन ही बना सके थे। इसके बाद गंभीर ने कप्तानी भी छोड़ दी और एक मैच भी नहीं खेला। खास बात यह रही कि गंभीर ने इस मैच में सीजन लगी अपनी कीमत को भी लेने से मना कर दिया था। इसके बारे में स्पोर्ट्स तक से बातचीत के दौरान गंभीर ने बताया कि मेरा 100 रन बनाना 3 करोड़ का मोल नहीं हो सकता है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसा करके मैने कोई महान काम नहीं किया क्योंकि जब आप कप्तानी और बल्ले दोनों से अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते तो आप उस पैसे को डिसर्व नहीं करते। अगर मैं ऐसा करता तो शायद मुझे हमेशा इस बात का पछतावा रहता कि कुछ न करके भी मैने पैसे लिए।
क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद गंभीर ने अपने आखिरी मुकाबले में रणजी क्रिकेट में शानदार शतक जड़ा था। अब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि गंभीर इस सीजन आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के साथ बल्लेबाज के कोच के रूप में जुड़ सकते हैं। गौरतलब है कि भारत को 2007 और 2011 में विश्वविजेता बनाने में इस खिलाड़ी की अहम भूमिका रही है।