मल्टिटास्किंग- काम के दौरान मल्टिटास्किंग करना अच्छा आइडिया नहीं है। अगर आप कोई काम कर रहे हैं तो भूलकर भी मल्टिटास्किंग में न पड़ें। कभी भी बेवजह कई सारे काम अपने सिर पर न लें। कई स्टडीज में भी यह बात सामने आई है कि मल्टिटास्किंग प्रोफेशनल तरीके से काम पूरा करने के लिए कारगर नहीं है। इससे सिर्फ आपका बोझ बढ़ेगा। यह जरूरी नहीं की हर एक शख्स कई तरह काम एक साथ पूरे कर ले। कोई भी आदमी कई कामों में माहिर नहीं हो सकता। इससे काम के दौरान आपका फोकस भी हटता है, क्योंकि आपके दिमाग में कई सारे काम पूरा करने का प्रेशर बना रहता है।

डिवाइड करें- काम को कुछ हिस्सों में बांट लेना एक अच्छा आइडिया है। इस लिए ‘डिवाइड यौर वर्क’। दफ्तर में रोज आप एक ही तरह का काम करते होंगे लेकिन उसमें भी आपको कई टास्क मिल सकते हैं। ऐसे में आपके लिए यह जरूरी है कि आप उन टास्क्स को बांट लें। कुछ काम ऐसे होंगे जिनमें आपको ज्यादा समय देना पड़ सकता है, वहीं कुछ जल्दी भी हो जाएंगे। लेकिन इसे करने का बेहतर तरीका यही होगा कि आप काम बांट लें।

मदद- दफ्तर में अपने साथियों से मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं। इसस आपको काम में एक हेल्पिंग हैंड मिल जाएगा। यह जरूरी नहीं की आप हर काम अकेले ही करें। ऐसा करने से आप पर ज्यादा लोड तो बना रहेगा ही, साथ ही आपको कभी टीम वर्क के दौरान भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में आप अपने साथियों से कटकर नहीं रह सकते। इससे आपके काम में अड़चने आएंगी। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने साथियों से मदद मांगने में घबड़ाए नहीं।

प्लानिंग- बिना प्लानिंग के कुछ भी करते रहना अच्छा आइडिया नहीं है। आप इसमें समय भी बर्बाद करेंगे और अपनी दिमाग भी। एक बात का हमेशा ध्यान रखिए। ऑफिस में बिताए जाने वाले 8-9 घंटे बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए बिना प्लानिंग के काम को हाथ में न लें। इससे आपका समय भी बर्बाद होगा और काम भी ठीक से नहीं होगा। सब कुछ ऑर्गेनाइज करें। हर काम की एक टाईमलाइन फिक्स करें। तभी आप सही समय पर काम कर सकेंगे और बेहतर आउटपुट भी आएगा।