UP Assembly Bypolls: उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों के लिए जोरदार चुनावी घमासान चल रहा है। चुनाव में बीजेपी अपने सहयोगी दल आरएलडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी 8 और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी की आरएलडी एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की ओर से सपा ही सभी 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने कहा है कि उसने उत्तर प्रदेश में उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है और वह इंडिया गठबंधन के लिए काम करेगी।

UP By Election Candidates List 2024: आपकी सीट पर किस-किस में मुकाबला? यहां देखिए BJP, सपा और बसपा उम्मीदवारों की लिस्ट

कांग्रेस उत्तर प्रदेश में उपचुनाव वाली दो से तीन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने उसे खैर और गाजियाबाद सीट ऑफर की थी लेकिन पार्टी ने यहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इस मामले में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच फोन पर बातचीत भी हुई। इस तरह उत्तर प्रदेश में अब सभी उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर ही चुनाव लड़ेंगे।

सपा और बीजेपी ने चुनाव में सभी 9 सीटें जीतने का दावा किया है। 13 नवंबर को इन सभी 9 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।

इन 9 सीटों पर होना है उपचुनाव

विधानसभा सीट का नामसंबंधित लोकसभा
कटेहरी अंबेडकर नगर
मझवांमिर्जापुर
मीरापुर मुजफ्फरनगर
सीसामऊ कानपुर नगर
करहल मैनपुरी
फूलपुर फूलपुर
खैर अलीगढ़
कुंदरकी मुरादाबाद
गाजियाबाद गाजियाबाद

लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उत्तर प्रदेश में यह सपा की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन और बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन के बीच पहला बड़ा मुकाबला है।

लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद सपा-कांग्रेस गठबंधन के हौसले बुलंद हैं जबकि बीजेपी चुनाव में हार का बदला लेना चाहती है।

लोकसभा चुनाव 2024 में हुआ बीजेपी को बड़ा नुकसान

राजनीतिक दल 2024 में मिली सीटें2019 में मिली सीटें
बीजेपी 3362
सपा 375
कांग्रेस61
बीएसपी 010
रालोद2
अपना दल (एस)12
आजाद समाज पार्टी(कांशीराम)1

आइए जानते हैं कि इन नौ विधानसभा सीटों पर 2022 के विधानसभा चुनाव में किस दल को कितनी सीटों पर जीत मिली थी।

2022 में कौन कितनी सीटें जीता था

राजनीतिक दलमिली सीटें
बीजेपी 3
सपा 4
निषाद पार्टी 1
आरएलडी 1

करहल से जीते थे अखिलेश यादव

करहल विधानसभा सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जीत मिली थी। तब उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल को हराया था। एसपी सिंह बघेल इस बार आगरा संसदीय सीट से चुनाव जीते हैं। करहल समाजवादी पार्टी का गढ़ है और सपा यहां कई बार चुनाव जीत चुकी है।

2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को 1,47,237 वोट मिले थे जबकि एसपी सिंह बघेल को 80,455 और बसपा उम्मीदवार कुलदीप नारायण को 15,643 वोट मिले थे। सपा को पूरी उम्मीद है कि वह इस सीट पर फिर से जीत हासिल करेगी। इस बार सपा ने तेज प्रताप यादव, बीजेपी ने अनुजेश यादव और बसपा ने अविनाश कुमार शाक्य को टिकट दिया है। 

खैर में पिछले दो चुनाव जीती है बीजेपी

खैर विधानसभा सीट अलीगढ़ जिले में है और यह अनूप प्रधान वाल्मीकि के हाथरस सीट से सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है। अनूप प्रधान वाल्मीकि यहां से दो बार विधायक रहे और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। बीजेपी के अलावा आरएलडी और बीएसपी की भी इस सीट पर अच्छी मौजूदगी है। 2022 के विधानसभा चुनाव में अनूप प्रधान वाल्मीकि को 1,38,517, बसपा उम्मीदवार डॉ. चारू कैन को 64,996 और आरएलडी के उम्मीदवार भगवती प्रसाद को 41,154 वोट मिले थे।

खैर में बीजेपी मजबूत है लेकिन बसपा उम्मीदवार के इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की वजह से पार्टी के सामने चुनौती खड़ी हुई है। हालांकि बीजेपी को भी यहां आरएलडी के कार्यकर्ताओं का समर्थन मिलेगा। खैर में इस बार सपा ने डॉ. चारू कैन, बीजेपी ने सुरेंद्र दिलेर और बसपा ने डॉ. पहल सिंह को टिकट दिया है। 

मीरापुर में जीती थी आरएलडी

मीरापुर विधानसभा सीट मुजफ्फरनगर जिले में है। 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से आरएलडी के टिकट पर लड़े चंदन चौहान चुनाव जीते थे। तब आरएलडी का सपा के साथ गठबंधन था। 2022 के चुनाव में चंदन चौहान को 1,07,124, बीजेपी के उम्मीदवार प्रशांत चौधरी को 79,693 और बसपा के उम्मीदवार मोहम्मद सालिम को 23,733 वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव से पहले आरएलडी ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया था। इस सीट पर निश्चित रूप से कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।

मीरापुर सीट पर आरएलडी की ओर से मिथलेश पाल, सपा ने सुम्बुल राणा और बसपा ने शाह नजर को उम्मीदवार बनाया है। 

सीसामऊ सीट पर सपा की ओर से नसीम सोलंकी, बीजेपी ने सुरेश अवस्थी और बसपा ने वीरेंद्र शुक्ला को टिकट दिया है। 

सपा का मजबूत गढ़ है कुंदरकी

कुंदरकी विधानसभा सीट मुरादाबाद जिले में है। यह सीट जिया उर रहमान के लोकसभा चुनाव में संभल सीट से सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है। इस सीट पर 62% मुस्लिम मतदाता हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में कुंदरकी सीट पर सपा उम्मीदवार जिया उर रहमान को 1,25,465, बीजेपी उम्मीदवार कमल कुमार को 82,467 और बसपा प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान को 42,645 वोट मिले थे। कुंदरकी में मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए बीजेपी की कोशिश हिंदू वोटों को एकजुट करने की है।

कुंदरकी में बीजेपी की ओर से रामवीर सिंह ठाकुर, सपा की ओर से हाजी रिजवान और बसपा के टिकट पर रफतउल्ला चुनाव लड़ रहे हैं। 

गाजियाबाद: 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीती थी बीजेपी

गाजियाबाद विधानसभा सीट यहां से बीजेपी के स्थानीय विधायक अतुल गर्ग के गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है। अतुल गर्ग ने 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से सपा के उम्मीदवार विशाल वर्मा को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। अतुल गर्ग को 1,49,841, विशाल वर्मा को 44,452 और बसपा प्रत्याशी कृष्ण कुमार को 32,554 वोट मिले थे। माना जा रहा है कि बीजेपी को इस सीट पर सपा की ओर से बड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। गाजियाबाद में बीजेपी की ओर से संजीव शर्मा, सपा की ओर से सिंह राज जाटव और बसपा के टिकट पर पीएन गर्ग चुनाव लड़ रहे हैं। 

फूलपुर: बीजेपी-सपा में होगी जोरदार टक्कर

प्रयागराज जिले में आने वाली फूलपुर विधानसभा सीट बीजेपी के विधायक रहे प्रवीण पटेल के फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार प्रवीण पटेल को 1,03,014, सपा प्रत्याशी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी को 99,920 और बसपा प्रत्याशी राम तौलन यादव को 32,869 वोट मिले थे। इस सीट पर 2022 की ही तरह बीजेपी और सपा के बीच बेहद नजदीकी मुकाबला रहने की उम्मीद है। फूलपुर में बीजेपी ने दीपक पटेल, सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी और बसपा ने जितेंद्र ठाकुर को टिकट दिया है।

मझवां पर मिली थी बीजेपी को बड़ी जीत

मझवां विधानसभा सीट मिर्जापुर जिले में है और 2022 में यहां से निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद चुनाव जीते थे। बिंद इस बार भदोही लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए हैं। इस विधानसभा सीट पर अति पिछड़ी जाति के मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। 2022 में मंझवा से बीजेपी उम्मीदवार रहे डॉ. विनोद कुमार बिंद को 1,03,064, सपा उम्मीदवार रोहित शुक्ला को 69,091, बसपा प्रत्याशी पुष्पलता बिंद को 52,825 वोट मिले थे। इस सीट पर बीजेपी के लिए जीत दर्ज करना बहुत मुश्किल नहीं माना जा रहा है। मझवां में बीजेपी ने सुचिस्मिता मौर्या, सपा ने ज्योति बिंद और बसपा ने दीपू तिवारी को टिकट दिया है। 

कटेहरी: बीजेपी को मिलेगा निषाद पार्टी का साथ

कटेहरी विधानसभा सीट अंबेडकर नगर जिले में है। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से सपा के विधायक लालजी वर्मा को जीत मिली थी। लालजी वर्मा इस बार अंबेडकर नगर से चुनाव जीते हैं। 1990 के बाद से ही बसपा या सपा को इस सीट पर जीत मिलती रही है। 2022 के चुनाव में सपा उम्मीदवार लाल जी वर्मा को 92,808, निषाद पार्टी के उम्मीदवार अवधेश कुमार को 85,548 और बसपा के प्रतीक पांडे को 58,186 वोट मिले थे।

निषाद पार्टी के समर्थन की वजह से बीजेपी यहां अच्छी स्थिति में है लेकिन सपा को उम्मीद है कि वह कांग्रेस के समर्थन के चलते उसे फायदा हो सकता है। कटेहरी में बीजेपी की ओर से धर्मराज निषाद, सपा की ओर से शोभावती वर्मा और बसपा के टिकट पर जितेंद्र वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। 

सीसामऊ में तीन बार जीते हैं इरफान सोलंकी

सीसामऊ विधानसभा सीट कानपुर जिले में है। 2022 के चुनाव में सपा के टिकट पर जीते इरफान सोलंकी को आगजनी के एक मामले में 7 साल कैद की सजा सुनाने के बाद उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इरफान सोलंकी तीन बार सपा के टिकट पर विधायक रहे हैं। सपा ने इस बार इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में इरफान सोलंकी को 78,851, बीजेपी उम्मीदवार सलिल बिश्नोई को 66,530 और बसपा उम्मीदवार रजनीश तिवारी को 2891 वोट मिले थे। बीजेपी को इरफान सोलंकी के इस किले में छेद करने के लिए पूरी ताकत के साथ उतरना होगा।

सीसामऊ सीट पर सपा की ओर से नसीम सोलंकी, बीजेपी ने सुरेश अवस्थी और बसपा ने वीरेंद्र शुक्ला को टिकट दिया है। 

योगी-अखिलेश झोकेंगे चुनाव में ताकत

उत्तर प्रदेश के इस उप चुनाव को बीजेपी बेहद गंभीरता से ले रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव के नतीजे उसके लिए खराब रहे थे। उपचुनाव की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाल ली है। योगी आदित्यनाथ उपचुनाव वाली सभी 9 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों के लिए जमकर प्रचार करेंगे। दूसरी ओर सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस के नेता चुनाव प्रचार में दम भरते दिखाई देंगे।