ओडिशा में करीब ढाई दशक बाद नई बीजेपी सरकार आने के साथ ही राज्य को मोहन चरण माझी के तौर पर नया आदिवासी मुख्यमंत्री मिला है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (BJD) के 24 साल के शासन को खत्म कर दिया है। जिसके बाद चार बार के विधायक और प्रमुख आदिवासी नेता मोहन चरण माझी को सीएम बनाया गया है। सीएम के साथ ही केवी सिंह देव और प्रवती परिदा उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। लोकसभा चुनावों में जीत के साथ ही बीजेपी विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए जातीय समीकरण भी साधने की कोशिश कर रही है।
उधर, आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और अरुणाचल प्रदेश में भी पेमा खांडू के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ होने की उम्मीद है।
वर्तमान में भारत में 30 मुख्यमंत्रियों में से केवल 6 अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। इनमें चार ईसाई, एक सिख और एक बौद्ध है। आंध्र में नायडू के पद संभालने के बाद ईसाई मुख्यमंत्रियों की संख्या तीन रह गई है।
2011 की जनगणना के अनुसार देश की 14.2 प्रतिशत आबादी के साथ सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समूह होने के बावजूद वर्तमान में कोई भी मुस्लिम मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत नहीं है।
एनडीए शासित राज्य और उनके सीएम
पार्टी , जिसका सीएम है | राज्य | सीएम |
टीडीपी | आंध्र प्रदेश | चंद्रबाबू नायडू |
बीजेपी | अरुणाचल प्रदेश | पेमा खांडु |
बीजेपी | असम | हिमन्ता बिस्वा सरमा |
जेडीयू | बिहार | नीतीश कुमार |
बीजेपी | राजस्थान | भजन लाल शर्मा |
बीजेपी | उत्तराखंड | पुष्कर सिंह धामी |
बीजेपी | यूपी | योगी आदित्यनाथ |
बीजेपी | मध्य प्रदेश | डॉ. मोहन यादव |
बीजेपी | गुजरात | भूपेंद्र पटेल |
बीजेपी | छत्तीसगढ़ | विष्णु देव साय |
बीजेपी | ओडिशा | मोहन चरण माांझी |
बीजेपी | हरियाणा | नायब सिंह सैनी |
बीजेपी | गोवा | प्रमोद सावंत |
शिव सेना | महाराष्ट्र | एकनाथ शिंदे |
बीजेपी | मणिपुर | एन बीरेन सिंह |
एनडीए | मेघालय | कोनराड संगमा |
एनडीए | नागालैंड | नेफ्यू रियो |
एनडीए | सिक्किम | प्रेम सिंह तमांग |
एनडीए की 19 राज्यों में सरकार
एनडीए (भाजपा और सहयोगी पार्टियों का गठबंधन) की 19 राज्यों में सरकार है। एनडीए शासित राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, नागालैंड, असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मेघालय, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, बिहार और सिक्किम शामिल हैं।
पार्टी ने सीएम पद देते समय जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा है। एनडीए शासित राज्यों में राजस्थान में भजन लाल शर्मा ब्राह्मण, उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी क्षत्रिय, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ क्षत्रिय, मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव ओबीसी, बिहार में नीतीश कुमार ओबीसी, गुजरात में भूपेंद्र पटेल ओबीसी, छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय आदिवासी, ओडिशा में मोहन चरण माांझी आदिवासी, हरियाणा में नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मराठा और गोवा में प्रमोद सावंत क्षत्रिय मराठा समुदाय से आते हैं।
चुनाव से पहले बीजेपी ने इन राज्यों में बदले थे सीएम
बीजेपी ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री को बदला था और मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को प्रदेश नया मुख्यमंत्री बनाया था। नायब ओबीसी समुदाय से आते हैं। हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

हरियाणा से पहले गुजरात और उत्तराखंड में भी बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री को बदल दिया था। इसके बाद हुए चुनाव में पार्टी को फायदा भी मिला और फिर से दोनों राज्यों में सरकार भी बनाई थी।
गुजरात में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले बीजेपी नेतृत्व ने अचानक तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को बतौर सीएम बदल दिया था। रूपाणी के बाद भूपेंद्र पटेल को गुजरात का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था।
उत्तराखंड में भी बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री को चुनाव से पहले बदल दिया था
गुजरात के अलावा, उत्तराखंड में भी बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री को चुनाव से पहले बदल दिया था। जुलाई, 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वे महज चार महीने ही पद पर रह पाए थे।
साल 2022 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पार्टी ने दोबारा सरकार बनाई थी। धामी क्षत्रिय समुदाय से आते हैं।

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से ठीक डेढ़ साल पहले बीजेपी ने सीएम फेस बदला था। बीजेपी ने जुलाई 2021 में कर्नाटक के तत्कालीन सीएम बीएस येदियुरप्पा को पद से हटाया और सीएम पद की जिम्मेदारी बसवराज बोम्मई को सौंपी थी। जिसके बाद कर्नाटक में 2023 में विधानसभा चुनाव हुए और सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ी हार मिली थी।
त्रिपुरा में भी बीजेपी ने बदला था सीएम
त्रिपुरा में बीजेपी ने मार्च 2018 में पहली बार कमल खिलाया था। इस जीत के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी बिप्लब देव को दी थी। बिप्लब देब का कार्यकाल 2023 में खत्म होने वाला था लेकिन विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बीजेपी ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर दिया था। बीजेपी ने बिपल्ब देब को हटाकर सीएम की कुर्सी माणिक साहा को दी थी। बीजेपी का ये प्रयोग कामयाब रहा और पार्टी ने राज्य की सत्ता पर एक बार फिर कब्जा जमाया था।
अल्पसंख्यक समुदाय के सीएम
अल्पसंख्यक समुदाय के मुख्यमंत्रियों वाले दो राज्यों को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में मुख्यमंत्री उस धार्मिक समूह से हैं, जिसका राज्य स्तर पर बहुमत है। मेघालय, मिजोरम और नागालैंड सभी मुख्य रूप से ईसाई बहुल राज्य हैं और वहां ईसाई मुख्यमंत्री हैं। पंजाब में, सिख धर्म सबसे बड़ा धार्मिक समूह है, जो राज्य की आबादी का 57.7 प्रतिशत (2011 की जनगणना) है। वहां भी भगवंत मान, एक सिख मुख्यमंत्री हैं। अरुणाचल प्रदेश में केवल 11.7 प्रतिशत आबादी बौद्ध है। वहां पेमा खांडू, एक बौद्ध मुख्यमंत्री हैं।