अंग्रेजी वेबसाइट ‘द वायर’ पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप लग रहा है। वेबसाइट ने अपनी कुछ रपटों को हटा लिया है। एक रिपोर्ट में अमित मालवीय के बारे में कहा गया था कि उन्हें मेटा में विशेषाधिकार मिला हुआ है, जिसका इस्तेमाल कर उन्होंने भाजपा विरोधी कई पोस्ट्स गलत तरीके से हटवाए। मालवीय बीजेपी आईटी सेल के चीफ हैं। उन्होंने ‘द वायर’ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
द वायर ने 23 अक्टूबर, 2022 को एक बयान जारी किया। इसमें मेटा कवरेज से जुड़ी रपटें वापस लेने की बात कही गई और इसकी वजह भी बताई गई। इसका कारण बताते हुए द वायर ने कहा कि मेटा से जुड़े हालिया कवरेज की समीक्षा करने का फैसला लिया गया है। तफ्तीश जारी है और अभी इसकी सत्यता के बारे में निर्णायक स्तर पर नहीं पहुंची है। रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई सामग्री में कुछ गड़बड़ी सामने आई है। ऐसे में स्टेारीज को हटा लेना ही उचित होगा। द वायर के इस कदम के कुछ ही दिन बाद अमित मालवीय ने पोर्टल पर कानूनी कार्रवाई करने का ऐलान किया।
अमित मालवीय का कहना है कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश हुई है। इसका खामियाजा उन्हें (पोर्टल को) भुगतना होगा।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख को मेटा ने विशेष अधिकार दिया है। इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने इंस्टाग्राम से कई पोस्ट्स हटवा दीं। दावा किया है कि इंस्टाग्राम ने @cringearchivist (क्रिंज आर्किविस्ट) नाम के एक एकाउंट की सात पोस्ट्स को अमित मालवीय के इशारों पर बिना किसी वेरिफिकेशन के हटा दिया। हालांकि मेटा ने सभी आरोपों का खंडन किया था।