पंजाब के लोकसभा चुनाव में पहली बार ऐसा हो रहा है जिसमें चार बड़ी पार्टियां सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। इन चार बड़ी पार्टियों में कांग्रेस, बीजेपी, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल शामिल हैं। इसके अलावा बसपा भी कुछ सीटों पर दमदारी से चुनाव मैदान में है।
लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की काफी चर्चा चली लेकिन गठबंधन नहीं हुआ और 1996 से 2019 तक मिलकर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के साथ भी ऐसा ही हुआ।
SAD BJP Alliance: वोट काटने से तय होंगे नतीजे
बताना होगा कि कृषि कानूनों पर विरोध के चलते शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। लेकिन चूंकि बीजेपी और अकाली दल लंबे वक्त तक साथ चुनाव लड़ते रहे हैं और पहली बार अकेले-अकेले चुनाव मैदान में हैं, ऐसे में कई सीटों पर ये एक-दूसरे के वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं। पंजाब के चुनाव नतीजे इस बात पर भी निर्भर करेंगे कि कौन सा राजनीतिक दल दूसरे राजनीतिक दल के कितने वोट काट सकता है। क्योंकि चारों ही दलों की राज्य में मजबूत उपस्थिति है, ऐसे में चुनावी जीत के लिए जोरदार मुकाबला है। पंजाब में सभी सीटों पर अंतिम चरण में यानी 1 जून को वोटिंग होनी है।
2019 में कांग्रेस को पंजाब में 8 सीटों पर जीत मिली थी जबकि शिरोमणि अकाली दल, बीजेपी को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी एक सीट पर आम आदमी पार्टी जीती थी।

AAP Punjab: 92 सीटें जीती थी आप ने
2012 में आम आदमी पार्टी का उदय होने से पहले पंजाब में मुख्य मुकाबला बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन और कांग्रेस के बीच ही होता था। इसके अलावा कुछ सीटों पर पंथक पार्टियां भी जोर-शोर से चुनाव लड़ती थी। लेकिन आम आदमी पार्टी के आने के बाद राज्य का सियासी माहौल एकदम बदल गया और आम आदमी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 117 सीटों वाले पंजाब में 92 सीटों पर जीत हासिल की।
पंजाब ने अपने 9 विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है। इसमें से 5 नेता पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं। इससे साफ पता चलता है कि आप उसे विधानसभा चुनाव में मिली कामयाबी को लोकसभा चुनाव में भी भुनाना चाहती है।
आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी प्रचार कर रहे हैं। आप को उम्मीद है कि वह पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव में मिले प्रचंड जनादेश के दम पर लोकसभा में भी कुछ सीटें हासिल कर सकती है। चुनाव प्रचार के दौरान भगवंत मान उनकी सरकार की ओर से जनता को दी गई मुफ्त बिजली की सुविधाओं के साथ ही अपनी सरकार के कामों को गिनाते हैं और साथ ही कांग्रेस और बीजेपी पर भी हमला बोलते हैं।
लेकिन देखना होगा कि पार्टी 13 में से कितनी सीटों पर जीत हासिल कर पाएगी?
Punjab BSP: तीन सीटों पर मजबूत है बसपा
पंजाब में आनंदपुर साहिब, होशियारपुर और जालंधर की लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां पर बसपा काफी मजबूत है। 2019 में बसपा को आनंदपुर साहिब में 1.4 लाख, होशियारपुर में 1.28 लाख और जालंधर में 2 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। इस बार बसपा भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

बात करते हैं ऐसी कुछ सीटों की जहां पर जोरदार चुनावी मुकाबला है।
Bathinda Lok Sabha Election 2024: बठिंडा सीट फिर जीतेगा बादल परिवार?
बठिंडा लोकसभा सीट पर बादल परिवार की बहू और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का मुकाबला आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरमीत सिंह खुड्डियां से है। खुड्डियां ने पंजाब की राजनीति के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल को विधानसभा चुनाव में हराया था। 2019 में हरसिमरत कौर बादल ने यहां से चुनाव जीता था।
कांग्रेस ने यहां से शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू को टिकट दिया है। बीजेपी ने आईएएस अफसर की नौकरी छोड़ने वालीं परमपाल कौर को उम्मीदवार बनाया है। परमपाल कौर इस इलाके में अकाली दल के मजबूत नेता सिकंदर सिंह मलूका की बेटी हैं। इस सीट से पंजाब में गैंगस्टर से राजनेता बने और सोशल मीडिया पर काफी चर्चित लक्खा सिढाना भी चुनाव लड़ रहे हैं।
Patiala Lok Sabha Election 2024: परनीत बीजेपी के टिकट पर लड़ रहीं चुनाव
पटियाला में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का मुकाबला कांग्रेस के धर्मवीर गांधी से है। परनीत कौर पिछला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीती थीं लेकिन इस बार बीजेपी से चुनाव लड़ रही हैं।
धर्मवीर गांधी 2014 में पटियाला से सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। आम आदमी पार्टी ने यहां से पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री और पटियाला ग्रामीण से विधायक डॉ. बलबीर सिंह को टिकट दिया है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक एनके शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
Ludhiana Lok Sabha Election 2024: दो दोस्तों के बीच है चुनावी मुकाबला
लुधियाना में पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते और लुधियाना के मौजूदा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू कांग्रेस को छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन कांग्रेस ने उनकी राह में मुश्किल खड़ी करते हुए पार्टी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को टिकट दिया है। दो पुराने दोस्तों के एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह से यहां चुनाव बेहद रोचक हो गया है। आम आदमी पार्टी ने अशोक पाराशर और अकाली दल ने रणजीत सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

Khadoor Sahib Amritpal Singh: अकाली दल के लिए मुश्किल बने अमृतपाल
खडूर साहिब सीट वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के यहां से चुनाव लड़ने की वजह से चर्चा में आ गई है। अमृतपाल सिंह इन दिनों असम की जेल में हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें पंजाब में अलगाववादी नेता माना जाता है।
शिरोमणि अकाली दल ने यहां से विरसा सिंह वल्टोहा को उम्मीदवार बनाया है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार जसबीर सिंह गिल जीते थे। अमृतपाल सिंह के चुनाव मैदान में उतरने की वजह से यहां अकाली दल को नुकसान हो सकता है।
अकाली दल के उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा ने अमृतपाल सिंह के परिवार से मुलाकात की थी और उनसे चुनाव में समर्थन मांगा था लेकिन उन्हें समर्थन नहीं मिला। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अमृतपाल सिंह पर आरोप लगाया कि वह केंद्रीय एजेंसियों का मोहरा हैं और उन्हें यहां अकाली दल के वोट काटने के लिए उतारा गया है।
आम आदमी पार्टी ने यहां से लालजीत सिंह भुल्लर को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने कुलबीर सिंह जीरा को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी के टिकट पर मंजीत सिंह मन्ना चुनाव मैदान में हैं।

Sangrur Lok Sabha: पिछली बार जीते थे सीएम मान
इसके अलावा संगरूर सीट पर शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में इस सीट से भगवंत मान चुनाव जीते थे लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें यह सीट छोड़नी पड़ी थी। उपचुनाव में सिमरनजीत सिंह मान ने यहां से जीत दर्ज कर आम आदमी पार्टी के साथ ही कांग्रेस को भी हैरान कर दिया था। भगवंत मान इस सीट पर आप उम्मीदवार को गुरमीत सिंह मीत हेयर की जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार सुखपाल सिंह खैरा हैं।
Punjab BJP: दूसरे दलों से आए नेताओं को दिया टिकट
बीजेपी पंजाब में दूसरे दलों से आए नेताओं के भरोसे इस बार चुनाव लड़ रही है। बड़ी संख्या में ऐसे नेता हैं जो दूसरे दलों से आए हैं और बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। ऐसे नेताओं में पटियाला से पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, जालंधर से सुशील रिंकू का नाम प्रमुख है।

हिंदू सीटों पर है बीजेपी का फोकस
पंजाब में बीजेपी का फोकस हिंदू मतदाताओं की अधिकता वाली सीटों पर है। ऐसी सीटों में गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, आनंदपुर साहिब, अमृतसर, जालंधर और लुधियाना की सीटें शामिल हैं। पार्टी को पिछले चुनाव में इनमें से गुरदासपुर और होशियारपुर सीट पर जीत मिली थी।
Farmers Protest Punjab: किसान कर रहे बीजेपी उम्मीदवारों का विरोध
बीजेपी पंजाब में अपना प्रदर्शन सुधारना चाहती है, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सिख समुदाय के साथ नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पंजाब के किसान कई जगहों पर बीजेपी उम्मीदवारों का खुलकर विरोध कर चुके हैं।

