आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेताओं को कथनी और करनी पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभालते हुए पार्टी के जूनियर और सीनियर दोनों तरह के मंत्रियों को सलाह दी है कि वे कुछ भी बोलने से पहले सोच समझ लें। साथ ही किससे मिल रहे हैं इसका विशेष ध्यान रखें।
वरिष्ठ पत्रकार कूमी कपूर ने द इंडियन एक्सप्रेस के अपने साप्ताहिक कॉलम ‘इनसाइड ट्रैक’ में लिखा है कि पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने प्रगति मैदान में नए बने शानदार कन्वेंशन सेंटर ‘भारत मंडपम’ में पार्टी के सभी केंद्रीय मंत्रियों, जूनियर और सीनियर दोनों के साथ एक बैठक की थी। इस दौरान कोई भी सरकारी अधिकारी मौजूद नहीं था। लोकसभा चुनाव से पहले मोदी ने अपने मंत्रियों को सावधानी बरतने के दिशा-निर्देश दिए।
पीएम मोदी ने चेतावनी दी कि अगले कुछ हफ्तों में उन्हें इस बात को लेकर बेहद सावधान रहना चाहिए कि वे किससे मिलते हैं और क्या कहते हैं। ऐसी कोई भी अनर्गल बात नहीं होनी चाहिए जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़े या गलत मतलब निकाला जाए।
मोदी ने 20 साल पुरानी एक बैठक का दिया उदाहरण
केंद्रीय मंत्रियों को सावधानी बरतने की चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत प्रमोद महाजन और शरद पवार के बीच हुई एक बैठक का उदाहरण भी दिया, जिसका खराब अंत हुआ था।
कूमी कपूर लिखती हैं कि बैठक में उपस्थित लोगों में कुछ इतने जूनियर भी थे कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए उदाहरण का इतिहास ही नहीं पता था।
दरअसल, साल 2004 में भाजपा नेता प्रमोद महाजन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निर्देश पर शिवसेना-भाजपा-राकांपा गठबंधन पर चर्चा करने के लिए शरद पवार से मुलाकात की थी। हालांकि प्रमोद महाजन ने समय से पहले खबर लीक कर दी और गठबंधन नहीं हो सका।
वरिष्ठ पत्रकार कूमी कपूर सवाल उठाती हैं क्या इस बार किसी क्षेत्रीय पार्टी के साथ कोई गुप्त समझौता हुआ है जिसे भाजपा चुनाव से ठीक पहले तक छिपाए रखना चाहती है?
भाजपा और कांग्रेस, दोनों ने जारी कर दी है उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
इस बीच, कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने शुक्रवार (8 मार्च) को लोकसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों की सूची जारी की जिसमें छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, तेलंगाना और त्रिपुरा की सीटें शामिल हैं।
घोषित किए गए कुल 39 उम्मीदवारों में से 16 केरल, सात कर्नाटक और छह छत्तीसगढ़ से, चार तेलंगाना, दो मेघालय और एक-एक नागालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम और लक्षद्वीप से हैं।
कांग्रेस से पहले भाजपा ने उन 195 संसदीय क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी जिसमें करीब 155 सीटें वो शामिल थीं जिस पर पार्टी ने 2019 में जीत हासिल की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे, जबकि अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे दिग्गज अपनी वर्तमान गांधीनगर और लखनऊ सीटों से चुनाव लड़ेंगे।