संसद में इन दिनों बजट सत्र चल रहा है जिसका आज पांचवा दिन है। मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था जिसके बाद से संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा हो रही है। इस बीच 25 जुलाई, यानि सत्र के चौथे दिन सदन में जब सत्ताधारी और विपक्षी दलों के कुछ सांसदों और नेताओं का आमना-सामना हुआ तो उन्होंने एक साथ फोटो सेशन कराया।
दरअसल, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले से ताल्लुक रखने वाले कुछ नेता संसद परिसर में एक-दूसरे के सामने आ गए। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने तमाम मतभेदों को नजरंदाज करते हुए फोटो शूट का अवसर नहीं चूका। उत्तराखंड के पूर्व सीएम और हरिद्वार सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने संसद भवन का दौरा कर रहे राज्य के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मुलाकात की और एक तस्वीर खिंचवाई।
भाजपा सांसदों के साथ डिंपल यादव की फोटो
इस बीच नेताओं ने जिले से ताल्लुक रखने वाली समाजवादी पार्टी की मैनपुरी सांसद डिंपल यादव को वहां से गुजरते देखा और उन्हें भी अपने साथ शामिल होने के लिए कहा। डिंपल ने भी ख़ुशी-ख़ुशी उनके अनुरोध को स्वीकार किया।
जगदीप धनखड़ का महिला सांसद की साड़ी के रंग पर कमेंट
उधर, राज्यसभा में भी सभापति जगदीप धनखड़ ने भी राज्यसभा में माहौल हल्का करने के लिए एक मजाकिया टिप्पणी की। दरअसल, टीएमसी सांसद साकेत गोखले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह के जवाब के बाद हंगामा करने लगे। जिस पर स्पीकर जगदीप धनखड़ ने उन्हें संसद में अनुशासन बनाए रखने को कहा।
गोखले के बाद सवाल पूछने उठीं बीजेडी सांसद सुलता देवी से सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप हरी साड़ी पहनी हुई हैं, ऐसे में अपने सवाल से संसद के तापमान को कम कीजिए और शांति का माहौल बनाइए। जिसके बाद सुलता देवी ने मयूरभंज की संस्कृति और धरोहर के संरक्षण से जुड़ा सवाल पूछा।
बजट पर विपक्ष का हंगामा
गुरुवार को चौथे दिन भी विपक्ष ने संसद में बजट पर चर्चा के बहाने बजट के साथ-साथ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला जारी रखा और कहा कि यह बजट एनडीए सहयोगियों के लिए एक आभार पत्र की तरह है। वहीं, भाजपा ने जोर देकर कहा कि इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और सभी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
लोकसभा में कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बीच भी तीखी नोकझोंक देखी गई। यह बहस वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह पर चन्नी की टिप्पणी से शुरू हुई। जब चन्नी ने कहा कि निर्वाचित सांसद को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में रखा जाना भी आपातकाल ही है।