भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है। भारतीय वायु सेना ने अपनी स्ट्राइक्स से पाकिस्तानी एयरबेस को बड़ा नुकसान पहुंचाया। भारतीय मिसाइलों और ड्रोनों ने पाकिस्तान के कम से कम आठ एयरफोर्स बेस को तबाह किया, इसके साथ ही साथ कई रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को भी काफी नुकसान पहुंचाया। इतना हमला होने की स्थिति में भी दुश्मन देश भारतीय हथियारों को रोकने में कामयाब नहीं हो पाए।

आइए जानते हैं उन सभी आठ एयर बेस के बारे में जिसको भारतीय सेना ने तबाह कर दिया।

पाकिस्तानी वायु सेना (PAF) बेस नूर खान, रावलपिंडी

यह पाकिस्तान के सबसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डों में से एक है। यहां से पूरे देश में जो रईस, वीआईपी लोगों का आना जाना, रणनीतिक संचालन और एविएटर प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पहले इसे चकलाता एयरबेस कहा जाता था। हमले के बाद जारी की गई भारतीय सेना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सेटेलाइट से देखने पर नूर खान एयरबेस पर तबाही साफ तौर से देखी जा सकती है। 

पीएएफ बेस मुरीद चकवाल

चकवाल एयरबेस पर पाकिस्तान के ड्रोन बेड़ों का प्रमुख सेंटर है। इसके साथ ही ये पाकिस्तानी एयर फोर्स का सबसे महत्वपूर्ण एयर बेसों का अड्डा है।

पीएएफ बेस सुक्कुर, सुक्कुर

यह एयरबेस उत्तरी सिंध के महत्वपूर्ण नागरिक हवाई अड्डे के रूप में कार्य करता है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इस हवाई अड्डे को प्रमुख रूप से सैन्य सेवा के रूप में प्रयोग किया गया थ।

पीएएफ बेस रहीम यार खान, रहीम यार खान

रहीम यार खान एयरबेस पाकिस्तानी वायु सेना का प्रमुख केंद्र है। यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक मात्र रनवे है जो भारतीय हमले के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस वजह से रनवे को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

पीएएफ बेस मुशाफ, सरगोधा

पाकिस्तानी एयरफोर्स की रणनीतिक दृष्टिकोण से सबसे महत्वपूर्ण एयरबेस है। यहां बेस कैंप में पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमान रहते हैं। सरगोधा से ही सेंट्रल एयर कमांड, कॉम्बैट कमांडर्स स्कूल और एयरपावर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का मुख्यालय है। इस एयरबेस का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि 1965 के युद्ध में भारतीय हवाई हमलों का मुख्य लक्ष्य ये ही हैं। उस युद्ध में भारत ने 10 पाकिस्तानी विमानों को नष्ट कर दिया था। जिसके बाद स्थिति ऐसी हुई कि PAF घुटनों पर आ गया। यहां पर अमेरिकी एफ-16, चीनी चेंगदू जे-7, फ्रांसीसी मिराज 5 और जेएफ-17 थंडर जैसे लड़ाकू विमान पाकिस्तानी एयरबेस के प्रमुख लड़ाकू विमान यहां तैनात हैं।

पीएएफ बेस शाहबाज, जैकोबाबाद

आतंकवाद के खिलाफ जंग में नाटो का ये महत्वपूर्ण अड्डा रहा है। इसके साथ ये एयरबेस एफ-16 विमानों का केंद्र है। जानकारी के अनुसार ये एयरबेस पाकिस्तान के सबसे बेहतरीन विमानों का भी केंद्र हैं। इन विमानों में नवीनतम जेएफ-17 ब्लॉक II, एफ-16 फाइटिंग फाल्कन के कई संस्करण, तथा 88 सर्च एंड रेस्क्यू स्क्वाड्रन के इतालवी लियोनार्डो AW139 हेलीकॉप्टर शामिल हैं।

पीएएफ बेस रफीकी, शोरकोट

पीएएफ बेस रफीकी जेएफ-17 और मिराज 5 लड़ाकू विमानों का अड्डा है। ये एयरबेस पाकिस्तान की इस्लामाबाद से 337 किलोमीटर साउथ में स्थित पाकिस्तानी एयरफोर्स के उत्तरी वायु कमान की एक महत्वपूर्ण संपत्ति है। यह जेएफ-17, मिराज 5 और फ्रांसीसी यूटिलिटी हेलीकॉप्टर अलौएट III के स्क्वाड्रनों का घर है।

पीएएफ बेस भोलारी, जमशोरो

ये पाकिस्तान का सबसे नया एयरबेस है जहां 2020 में पाक और चीन ने बड़ा हवाई अभ्यास किया था। दिसंबर 2017 इस एयरबेस का उद्घाटन किया गया, यह पाकिस्तान के सबसे आधुनिक मुख्य परिचालन ठिकानों में से एक है। JF-17 थंडर और F-16 फाइटिंग फाल्कन दोनों के स्क्वाड्रनों का यहां केंद्र है, साथ ही एरिया रडार सिस्टम से लैस साब 2000 AEWAC (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट) विमान भी हैं।

पीएएफ की रडार साइटें और एयर डिफेंस साइट्स

मलीर कैंट, कराची, सिंध
पसरूर, सियालकोट
सियालकोट
चुनियान, कसूर जिला
लाहौर

भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में, कम से कम तीन रडार स्थलों पर हमला किया, साथ ही दो एयर डिफेंस इकाइयों – एक लाहौर में और दूसरी कराची के मलीर छावनी में – पर भी हमला किया।