लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा और एनडीए के नेताओं के कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि हमें जिन लोगों ने वोट नहीं दिया है, हम उनके काम भी नहीं करेंगे।

ताजा वीडियो नगीना लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रहे ओम कुमार का है। ओम कुमार बिजनौर जिले की नहटौर सीट से बीजेपी के विधायक हैं।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार की सीतामढ़ी सीट से जेडीयू के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के भी ऐसे वीडियो चर्चा में रहे हैं।

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आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद (Source- PTI)

…एक मजहब के लोगों ने एक जगह दे दिया वोट

ओम कुमार कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहते हैं कि जो मुझे वोट देगा मैं उसी का काम करूंगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर वोट नहीं तो काम भी नहीं। ओम कुमार ने कहा कि उन्हें लगभग हर जाति ने वोट दिया है, किसी ने कम तो किसी ने ज्यादा।

लेकिन एक मजहब के लोगों ने सारा वोट एक जगह दे दिया और उन्होंने ऐसा सिर्फ इसलिए किया क्योंकि उन्हें गुंडागर्दी करने का लाइसेंस मिल जाए लेकिन यह लाइसेंस हम उन्हें नहीं मिलने देंगे।

ओम कुमार को उत्तर प्रदेश में दलित राजनीति के नए और उभरते चेहरे चंद्रशेखर आजाद ने डेढ़ लाख वोटों से हराया है।

मुस्लिम वोटों की ओर इशारा

ओम कुमार का यह कहना कि एक मजहब के लोगों ने चुनाव में सारा वोट एक जगह दे दिया, इससे उनका सीधा इशारा मुस्लिम वोटों की तरफ था। बीजेपी ने ओम कुमार को नगीना लोकसभा सीट से इसलिए उम्मीदवार बनाया था क्योंकि वह इससे पहले तीन बार विधायक का चुनाव जीत चुके थे। पार्टी को ऐसी उम्मीद थी कि ओम कुमार चंद्रशेखर को अच्छी टक्कर देंगे लेकिन चंद्रशेखर ने बीजेपी को हराने के साथ ही इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुमार और बीएसपी के उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह को काफी पीछे छोड़ दिया।

सुरेंद्र पाल सिंह तो कुल 13 हजार वोट ही ला पाए जबकि 2019 में यहां से बसपा के प्रत्याशी को गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर जीत मिली थी।

नगीना में हैं 40% मुस्लिम मतदाता

नगीना लोकसभा सीट पर 40% मुस्लिम और 20% दलित मतदाता हैं। दलित मतदाताओं में बड़ा तबका जाटव मतदाताओं का है। चंद्रशेखर आजाद और ओम कुमार दोनों ही जाटव बिरादरी से आते हैं। चंद्रशेखर की जीत के पीछे एक बड़ी वजह उनके पक्ष में मुस्लिम और दलित वोटर्स का एकजुट होना है।

सुविधाएं ली, पर मौलवी ने हमें वोट नहीं दिया: गिरिराज

इसी के साथ ही बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सांसद बने गिरिराज सिंह का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। गिरिराज सिंह एक कार्यक्रम में कहते हैं, हमारा सिद्धांत है सबका साथ-सबका विकास। गिरिराज सिंह कहते हैं कि उन्होंने अपने इलाके के एक मौलवी से पूछा कि क्या उन्हें पीएम आवास मिला, शौचालय मिला, राशन मिला, गैस का चूल्हा मिला, आयुष्मान भारत कार्ड मिला तो मौलवी इसके जवाब में हां कहते हैं।

गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्होंने मौलवी से पूछा कि क्या उनके साथ किसी तरह का कोई भेदभाव हुआ तो इस पर मौलवी ने कहा कि उनके साथ कोई भेदभाव नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने पूछा कि क्या मौलवी ने उन्हें वोट दिया तो मौलवी ने कहा कि हां लेकिन जब उन्होंने उनसे कहा कि खुदा को याद करके इस बात को कहो तो मौलवी ने ना कह दिया।

गिरिराज सिंह कहते हैं कि सब कुछ मिलने के बाद भी आखिर उनके साथ इस तरह का दोहरा व्यवहार क्यों किया गया।

देवेश चंद्र ठाकुर का वीडियो हुआ था वायरल

लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद बिहार की सीतामढ़ी सीट से जदयू के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीते देवेश चंद्र ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि वह यादव और मुस्लिम समाज के लोगों का न‍िजी काम नहीं करेंगे। उनके इस बयान को लेकर अच्छा-खासा हंगामा हुआ था तो वह अपने बयान से पीछे हट गए थे और उन्होंने कहा था कि वह इन समुदाय के लोगों के भी काम करेंगे।

गिरिराज ने किया था बयान का समर्थन

ठाकुर के बयान का केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने भी समर्थन किया था। गिरिराज सिंह ने कहा था कि देवेश चंद्र ठाकुर ने बिल्कुल सही बात कही है और वह भी मुसलमानों का काम नहीं करेंगे। गिरिराज सिंह ने कहा था कि देवेश चंद्र ठाकुर का दर्द उनकी जुबान पर आ गया है अभी कई और लोगों का दर्द सामने आएगा।

शपथ को भूले जनप्रतिनिधि

यहां सवाल यह है कि लोकतंत्र में कोई भी नेता इस बात को कैसे कह सकता है कि वोट नहीं देंगे तो उनका काम भी नहीं किया जाएगा क्योंकि चुनाव जीतने के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि संसद या लोकसभा में अपने क्षेत्र की पूरी जनता का प्रतिनिधि होता है। वह अपनी शपथ में भी स्पष्ट रूप से कहता है कि वह धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र के आधार पर किसी के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं करेगा।