‘भीमराव रामजी अंबेडकर’ यह भारत के प्रथम कानून मंत्री डॉ. अंबेडकर का पूरा नाम है। डॉ. अंबेडकर अपने समय के सबसे पढ़े-लिखे और विद्वान व्यक्ति माने जाते हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंबेडकर के मौत के दिन उनकी लाइब्रेरी में करीब 35,000 किताबें थीं।
डॉ. अंबेडकर ने मुंबई के मशहूर एलफिंस्टन कॉलेज से अंग्रेजी और फारसी भाषा में बीए किया था। न्यूयार्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एम.ए किया था। अर्थशास्त्र के उनके प्रोफेसर एडवर्ड सैलिग्मैन थे लेकिन वह अमेरिका ख्याति प्राप्त दार्शनिक जॉन डियू के भी शिष्य बने।
इसके बाद अंबेडकर ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। ऐसा दावा किया जाता है कि लंदन में पीएचडी के दौरान ही अंबेडकर अपनी मकान मालकिन की बेटी फैनी फिट्जेराल्ड के करीब आए थे।
अंबेडकर और फैनी
अमेरिकी मूल की भारतीय नागरिक और प्रसिद्ध समाजशास्त्री गेल ओमवेट अपनी किताब ‘अंबेडकर प्रबुद्ध भारत की ओर’ में बताती हैं कि लंदन में पीएचडी के दौरान अंबेडकर और उनके मकान मालकिन की बेटी फैनी फिट्जेराल्ड के बीच अंतरंगता आयी थी। आयरिश मूल की फ्रांसेस ‘फैनी’ फिट्जेराल्ड ‘इंडिया-ऑफिस’ में बतौर टाइपिस्ट कार्यरत थीं। फिट्जेराल्ड एक विधवा महिला थीं, जिनके पति की युद्ध में मौत हो गई थी। फिट्जेराल्ड की मां एक बोर्डिंग हाउस चलाती थीं, जहां अंबेडकर रहा करते थे।
पेंगुइन से प्रकाशित अपनी किताब में गेल ओमवेट बताती हैं कि ‘इंडिया-ऑफिस’ में काम करते हुए फिट्जेराल्ड अंबेडकर को विभिन्न विषयों पर सामग्री उपलब्ध करवा देती थीं। शायद वह उन्हें कुछ आर्थिक मदद भी करती थीं। अंबेडकर के भारत लौट आने पर उनकी किताबों को उन्हों ने ही संभाल कर रखा।
हालांकि फिट्जेराल्ड को लेकर अंबेडकर के मन में क्या भावना थी, यह बहुत स्पष्ट नहीं होता है। ओमवेट लिखती हैं, “फैनी के प्रति अंबेडकर के भाव कहीं परिलक्षित नहीं हुए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि फैनी उनसे प्यार करती थीं। बाद में अंबेडकर ने फैनी के लिए ‘एफ’ का इस्तेमाल किया।”
जब फैनी को लगा शादी करेंगे अंबेडकर
हाईस्कूल पास करने से पहले ही अंबेडकर की शादी हो गई थी। साल 1905 में 14 वर्ष की आयु में डॉ. अंबेडकर की शादी नौ वर्ष की रमाबाई से हुई थी। अंबेडकर ने हाईस्कूल की परीक्षा 1907 में पास की थी। मार्च 1920 के बाद अंबेडकर पीएचडी के लिए लंदन गए थे। 1923 में अंबेडकर भारत लौट आए थे। साल 1930 के मध्य रमाबाई के मौत हो गई, जिसके बाद फिट्जेराल्ड को ऐसी उम्मीद थी कि अंबेडकर उनसे शादी करेंगे।
1935 में एक भारतीय समाचार पत्र ने यह खबर भी छापी थी कि अंबेडकर ने लंदन प्रवास के दौरान एक अंग्रेज विधवा महिला से शादी कर ली थी। हालांकि इस रिपोर्ट में सच्चाई नहीं थी। बकौल अंबेडकर इंग्लैंड में उनका पूरा ध्यान अध्ययन में था। हालांकि डॉ.अंबेडकर के प्रख्यात जीवनी लेखक चांगदेव भवनराव खैरमोडे यह दावा करते हैं कि अंबेडकर और फिट्जेराल्ड के बीच लगभग 25 सालों तक ख़त-ओ-किताबत (पत्राचार) चली थी।