ब्रिटेन के राजा ‘किंग चार्ल्स III’ और उनकी पत्नी कैमिला का राज्याभिषेक शनिवार 6 मई, 2023 को होने वाला है। राज्याभिषेक का आयोजन लंदन के ऐतिहासिक शाही गिरजाघर वेस्टमिंस्टर एबे में होगा। इस समारोह में किंग चार्ल्स III उनकी पत्नी महारानी कैमिला की ताजपोशी होगी। राज्याभिषेक एक प्रतीकात्मक धार्मिक समारोह होता है। इसके बाद किंग औपचारिक रूप से चर्च ऑफ इंग्लैंड के प्रमुख बन जाते हैं। एडवर्ड सप्तम इकलौते ऐसे राजा हुए, जिन्होंने बिना ताजपोशी राज-पाट चलाया।

क्यों तय हुई 6 मई की तारीख?

शाही परिवार और ब्रिटिश सरकार ने मिलकर 6 मई की तारीख तय की। हालांकि यही तारीख क्यों चुना गया इसे लेकर कोई कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया। बहरहाल, ब्रिटिश प्रेस ने बताया है कि कैसे तारीख कई शाही परिवार के ऐतिहासिक महत्व रखते हैं। 6 मई को चार्ल्स के पोते आर्ची हैरिसन माउंटबेटन-विंडसर का जन्मदिन है, जो प्रिंस हैरी और मेगन मार्कल के सबसे बड़े बेटे हैं।

आर्ची हैरिसन माउंटबेटन-विंडसर का जन्म साल 2019 में हुआ था।  तो क्या समारोह की तारीख को पोते के जन्मदिन को ध्यान में रखकर तय किया गया है? शायद नहीं। क्योंकि राज्याभिषेक के दौरान अपने बच्चों के साथ लॉस एंजिल्स में रहने वाली बहू मार्कल कथित तौर पर अपने बेटे के लिए एक अलग से विशेष बर्थडे पार्टी की योजना बना रही है।

विलियम द कॉन्करर को 1066 में क्रिसमस के दिन ताज पहनाया गया था। उस समय 25 दिसंबर को अच्छा समय माना जाता था क्योंकि राजाओं को पृथ्वी पर भगवान के प्रतिनिधियों के रूप में देखा जाता था। चार्ल्स III कथित तौर पर एक धार्मिक तिथि चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनकी मां एलिजाबेथ द्वितीय का भी गर्मियों में 2 जून, 1953 को राज्याभिषेक हुआ था।

तारीख को लेकर कारण भले ही स्पष्ट न हो लेकिन स्थान को लेकर विवाद नहीं है। ब्रिटिश रानियों और राजाओं की 1066 से वेस्टमिंस्टर एबे में ताजपोशी होती आ रही है। यह वही साल है, जब विलियम द कॉन्करर ने अपनी सेना के साथ इंग्लैंड को जीत लिया था। तब से, गिरजाघर में 38 राज्याभिषेक समारोह हो चुके हैं।

कौन सा ताज पहनेंगे किंग?

शाही परिवार के पास कई ताज हैं। राज्याभिषेक की परंपरा का पालन करते हुए, चार्ल्स III ‘सेंट एडवर्ड क्राउन’ पहनेंगे। यह शाही परिवार का सबसे पुराना ताज है। ये कथित रूप से क्राउन ज्वेल्स का सेंटरपीस भी माना जाता है।

इस क्राउन को 1661 में बनाया गया था और पहली बार किंग चार्ल्स द्वितीय ने पहना था। ओलिवर क्रॉमवेल के नेतृत्व में जब 1649 और 1660 के बीच इंग्लैंड के गणतंत्र बना तो कई शाही गहने बेचे या नष्ट कर दिए गए थे। पिछले मध्ययुगीन ताज को पिघल दिया गया था। राजशाही की बहाली के बाद, एक नया मुकुट बनाया जाना था जो अपने पुराने ताज के समान था।

रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट के अनुसार, ताज का वजन लगभग दो किलोग्राम है। शुद्ध सोने से बने ताज को माणिक और नीलम से सजाया गया है। इसकी कीमत लगभग 40 मिलियन डॉलर आंकी गई है। भारतीय करेंसी में इसकी कीमत करीब 326 करोड़ रुपये है। ताज का नाम इंग्लैंड के अंतिम एंग्लो-सैक्सन राजा (Anglo-Saxon king of England) सेंट एडवर्ड के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1042 से 1066 में अपनी मृत्यु तक शासन किया था।

रानी कौन सा ताज पहनेंगी?

6 मई को किंग चार्ल्स III की पत्नी कैमिला का भी राज्याभिषेक होगा। वह किंग जॉर्ज पंचम की पत्नी क्वीन मैरी के राज्याभिषेक (1911) के लिए बनाया गया ताज पहनेंगी। द गार्जियन के अनुसार, 18वीं शताब्दी के बाद यह पहली बार होगा जब किसी रानी के ताज का दोबारा इस्तेमाल किया जाएगा।

समारोह से पहले ताज से एक महत्वपूर्ण रत्न ‘कोह-ए-नूर’ हटा दिया जाएगा। कोह-ए-नूर हीरा को लेकर कई बार विवाद हो चुका है क्योंकि यह संदिग्ध परिस्थितियों में ब्रिटिश शाही परिवार के कब्जे में आया था। भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान, ये वो चार देश हैं जो ब्रिटेन से हीरे को वापस लेने का प्रयास कर रहे हैं।

आधिकारिक बयान के अनुसार, कोह-ए-नूर के बजाय कैमिला के ताज में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का कोई पसंदीदा रत्न लगाया जाएगा। इस तरह यह उन्हें एक श्रद्धांजलि भी होगी।

लंच में क्या है?

एक खास तरह की पेस्ट्री या क्विच को राज्याभिषेक का आधिकारिक व्यंजन घोषित किया गया है। क्विच को राजपरिवार के मुख्य शाही शेफ मार्क फ्लैगनैन ने तैयार किया है। इसे बनाने में  पालक, सेम और सौंफ का इस्तेमाल किया गया है। क्विच को बनाना आसान है। उसे ठंडा और गर्म दोनों तरह से परोसा जा सकता है। हालांकि किसी राजकीय भोज का आयोजन नहीं किया गया है क्योंकि राज्याभिषेक पर इसकी परंपरा नहीं रही है।