लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर की जा रही एक पोस्ट मिली। पोस्ट में एक पुल की तस्वीर शेयर की गई थी। तस्वीर के साथ दावा किया गया था कि जब से इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया है, फैजाबाद इलाहाबाद रोड का विकास हुआ है।

जांच के दौरान, हमने पाया कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश की नहीं बल्कि दोहा, कतर की है।

क्या है दावा?

एक्स यूजर कबीर थापर ने भ्रामक दावे के साथ तस्वीर शेयर की।

अन्य यूजर भी यही तस्वीर शेयर कर रहे हैं।

जांच पडताल:

हमने इमेज पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।

हमें फेसबुक पेज ‘हाईवे इंजीनियरिंग डिस्कवरीज‘ पर पोस्ट की गई इमेज मिली।

तस्वीर का शीर्षक था, ‘कतर’। हमें यह तस्वीर freepik.com पर भी मिली।

तस्वीर का शीर्षक था: शाम को कतर मध्य पूर्व में वेस्ट बे सिटी क्षितिज का वास्तविक दृश्य।

यह तस्वीर स्टॉक इमेज वेबसाइट istockphoto.com पर भी उपलब्ध थी।

तस्वीर का शीर्षक था: दोहा, कतर – 26 मई, 2021: दोहा शहर में अल वाहदा ब्रिज, जिसे 56 ब्रिज ऑफ आर्क के नाम से जाना जाता है।

हमें गूगल मैप्स पर भी अल वाहदा आर्चेस (कतर का मेहराब) की तस्वीर मिली।

निष्कर्ष: वायरल तस्वीर में जिस पुल को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है, वह तस्वीर असल में दोहा कतर की है। वायरल दावा भ्रामक है।