सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें कुछ लोग एक महिला की पिटाई करते दिख रहे हैं। यह दावा किया जा रहा है कि वीडियो पाकिस्तान का है और इसमें महिला की पिटाई इसलिए की जा रही है क्योंकि उसने पाकिस्तान द्वारा भारत पर हमले का सबूत मांगा था।
जांच के दौरान, हमने पाया कि यह दावा झूठा है। वीडियो में कुछ लोगों का समूह एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति की पिटाई करता दिख रहा है।
क्या है दावा?
X यूजर मनोज सिंह ने वायरल दावे के साथ वीडियो शेयर किया है।
अन्य सोशल मीडिया यूजर भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जांच पड़ताल:
हमने InVid टूल में वीडियो अपलोड करके प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।
हमें यह वीडियो 28 अप्रैल को इंस्टाग्राम पर अपलोड किया हुआ मिला, जो ऑपरेशन सिंदूर से पहले का था।
हमें यह वीडियो 24 अप्रैल को फेसबुक पेज DAILY TAAS पर पोस्ट किया हुआ मिला।
कैप्शन में कहा गया है (अनुवादित): संदिग्धों ने दोस्ती से इनकार करने पर एक ट्रांसजेंडर महिला को बेरहमी से प्रताड़ित किया और उसके बालों को पकड़कर उसे कार में फेंककर उसका अपहरण करने की कोशिश की। ट्रांसजेंडर महिला के चिल्लाने और प्रतिरोध करने पर संदिग्धों ने फायरिंग की और भाग गए। पुलिस ने ट्रांसजेंडर महिला शहजाद उर्फ शहजादी के अनुरोध पर मामला दर्ज किया लेकिन अभी तक संदिग्धों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना दानीवाल पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत वेहारी में हुई।
हमें 23 अप्रैल को एक इंस्टाग्राम हैंडल द्वारा अपलोड किया गया वही वीडियो भी मिला।
कैप्शन में कहा गया है: अलग-अलग रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना पंजाब के एक इलाके वेहारी में हुई। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पांच से छह हथियारबंद लोग एक ट्रांसजेंडर को बुरी तरह प्रताड़ित कर उसका अपहरण करने की कोशिश कर रहे हैं और गोलियां भी चला रहे हैं। दुखद बात यह है कि न तो आस-पास खड़ा कोई व्यक्ति पीड़ित की मदद के लिए आया और न ही उन्होंने 15 हेल्पलाइन पर पुलिस को सूचना दी। यह संबंधित पुलिस स्टेशन और पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। पंजाब के सीएम को इस क्रूरता का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।
हमें इस घटना के बारे में एक समाचार रिपोर्ट भी मिली।
निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान के वेहारी में एक ट्रांसजेंडर महिला पर हमले का वीडियो वायरल है। दावा किया गया कि पाकिस्तान की एक महिला ने भारत पर पाकिस्तान के हमलों के बारे में सबूत मांगा है और इसलिए उसकी पिटाई की जा रही है। वायरल दावा झूठा है।