लाइटहाउस जर्नलिज्म ने देखा कि सोशल मीडिया के कुछ प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है। वीडियो में एक कमरे में भारी मात्रा में नकदी रखी हुई दिखाई दे रही है। वायरल दावे के साथ शेयर किये जा रहे वीडियो में कहा गया है कि पुणे ग्रामीण पुलिस ने शिवपुर टोल पर एक वाहन से 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है।
जांच के दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो पुराना है और हाल की घटना से इसका कोई संबंध नहीं है।
क्या है दावा?
इंस्टाग्राम यूजर लोकमत टाइम्स ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर रिपोर्ट के साथ वीडियो शेयर किया।

अन्य यूजर भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
इस वीडियो को एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता रोहित पवार ने भी पोस्ट किया और वायरल वीडियो को शेयर किया।

जांच पड़ताल:
हमने InVid टूल का उपयोग करके प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।
जांच के दौरान हमें यूट्यूब चैनल सुरेश कुमार व्लॉग्स पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला।
12 मिलियन से ज़्यादा व्यूज़ वाला यह वीडियो 9 मई, 2021 को पोस्ट किया गया था।
यह वही वीडियो था जिसे अब काफ़ी शेयर किया जा रहा है।
हमें तीन साल पहले अपलोड किए गए दूसरे यूट्यूब चैनल पर भी यही वीडियो मिला।
एक दूसरे यूट्यूब चैनल UniqueMultiAdvertisement ने भी 11 सितंबर, 2021 को यही वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो को 1.1 मिलियन व्यूज़ मिले थे।
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव से पहले पुणे पुलिस ने एक चार पहिया वाहन से 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी। यह नकदी खेड़ शिवपुर टोल प्लाजा पर बरामद की गई थी।

राजनीतिक तनाव तब बढ़ गया जब शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने दावा किया कि नकदी शिवसेना के एक मौजूदा विधायक की है।
चूंकि यह घटना कुछ दिन पहले की ही है इसलिए कमरे में रखी नकदी का वीडियो उसी घटना का नहीं हो सकता। यह वीडियो पिछले तीन सालों से इंटरनेट पर शेयर किया जा रहा है।
निष्कर्ष: 2021 का पुराना वीडियो जिसमें कमरे में रखी नकदी दिख रही है, वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि हाल ही में शिवपुर टोल प्लाजा पर पुणे पुलिस अधिकारियों ने इसे जब्त किया है। वायरल दावा भ्रामक है।