लोकसभा चुनाव-2024 जम्मू-कश्मीर के लिए नया अनुभव होने वाला है। पिछले लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर छह लोकसभा सीटों वाला राज्य था। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर राज्य नहीं रहा है बल्कि केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। लद्दाख, जम्मू-कश्मीर के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची से बाहर हो चुका है।

आम चुनाव में जम्मू-कश्मीर का महत्व अभी भी उतना ही होगा, जितना पहले था। जम्मू-कश्मीर में सीटें जीतना राष्ट्रीय पार्टियों के लिए बहुत बड़े गर्व की बात होती है, क्योंकि आमतौर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) जैसी स्थानीय पार्टियां ही वहां प्रमुख भूमिका निभाती हैं।

कब होगा जम्मू-कश्मीर में मतदान?

जम्मू-कश्मीर में आम चुनाव आमतौर पर फर्स्ट हाफ में होता रहा है। लेकिन पिछले चुनावों के बाद से जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में भारी बदलाव आ गया है। केंद्र शासित प्रदेश में मतदान अप्रैल या मई में हो सकता है। हालांकि इस बात पर अंतिम मुहर केवल ECI (चुनाव आयोग) ही लगा सकती है, जब आम चुनावों की वास्तविक तारीखों का एलान होगा।

जम्मू-कश्मीर में कितने चरण होंगे?

जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में अशांति के कारण, लोकसभा चुनाव चार से पांच चरणों में होता रहा है। लेकिन पिछले पांच वर्षों में आ रहे बड़े बदलावों की वजह से 2024 आम चुनाव में चरणों की संख्या तीन से चार तक हो सकती है।

जम्मू और कश्मीर में कितने लोकसभा क्षेत्र हैं?

जम्मू-कश्मीर के खाते में छह लोकसभा सीटें होती थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी यही स्थिति थी। लेकिन उसी वर्ष बाद में केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के बाद कुल लोकसभा सीटों की संख्या घटकर पांच रह गई, क्योंकि लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था। पिछले चुनाव में JKNC को तीन और भाजपा को तीन सीटों पर जीत मिली थी।

2019 में जम्मू और कश्मीर लोकसभा चुनाव से निर्वाचित उम्मीदवारों और निर्वाचन क्षेत्रों की पूरी सूची (लद्दाख शामिल):

संख्यानिर्वाचन क्षेत्रविजेतापार्टी
1बारामूलामोहम्मद अकबर लोनJKNC
2श्रीनगरफारूक अब्दुल्लाJKNC
3अनंतनागहसनैन मसूदीJKNC
4लद्दाखजामयांग सेरिंग नामग्यालBJP
5उधमपुरजीतेन्द्र सिंहBJP
6जम्मूजुगल किशोर शर्माBJP

जम्मू-कश्मीर में किसके बीच लड़ाई?

जम्मू-कश्मीर में 2024 का आम चुनाव बहुत दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि जहां भाजपा एक बार फिर एनडीए से सभी पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं जेकेएनसी ने इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद सभी पांच सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

जम्मू-कश्मीर में कौन कर सकता है मतदान?

अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने से पहले जम्मू-कश्मीर के मूल निवासी ही वहां होने वाले चुनावों में मतदान कर सकते थे। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर के गैर-स्थानीय लोग यानी पढ़ने गए विद्यार्थी, मजदूर, कर्मचारी, आदि भी वोट डाल सकते हैं।

साल 2022 में जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने कहा था, जम्मू-कश्मीर में रहने वाले या काम करने वाले गैर-स्थानीय लोगों मतदान सूची में अपना नाम दर्ज करा सकता है और चुनावों में वोट डाल सकते हैं।

उन्होंने ये भी कहा था कि जम्मू-कश्मीर के शांति केंद्रों में तैनात सशस्त्र बल के जवान भी अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकते हैं।