प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेड‍ियो कार्यक्रम ”मन की बात” का सौवां एप‍िसोड 30 अप्रैल, 2023 को प्रसार‍ित होने वाला है। इससे पहले भारतीय जनसंचार संस्‍थान (आईआईएमसी) प्रधानमंत्री ”मन की बात” को लेकर एक सर्वे करा रहा है। आईआईएमसी सूचना व प्रसारण मंत्रालय के तहत काम करने वाली स्वायत्त संस्‍था है और मीड‍िया की पढ़ाई में देश के अग्रणी संस्‍थानों में से एक है। इसके द्वारा कराए जा रहे सर्वे में मीड‍िया से जुड़े लोगों (मीड‍िया में काम करने वालों, पढ़ाने वालों, पढ़ने वालों और शोध करने वालों) की राय ली जा रही है।

सर्वे में हैं 24 सावल

गूगल फॉर्म के जर‍िए कराए जा रहे इस सर्वे में कुल 24 सवाल हैं। सर्वे का शीर्षक है- Special Study by IIMC on ‘Mann ki Baat’. शुरुआती सात सवालों में नाम, उम्र, श‍िक्षा, पेशा, संस्‍थान जहां काम करते हैं, ईमेल और र‍िहाइश की जानकारी मांगी गई है। बाद के सवाल ”मन की बात” कार्यक्रम से जुड़े हैं। अंत में कहा गया है क‍ि अगर आप इस स्‍टडी के ल‍िए ‘मन की बात’ से जुड़ी कोई और भी जानकारी देना चाहते हैं तो दे सकते हैं।

क्या जानने की है कोशिश?

सवालों के जर‍िए यह जानने की कोश‍िश की गई है क‍ि क‍ितने लोग ”मन की बात” सुनते हैं, क‍ितनी बार सुनते हैं, क‍िस माध्‍यम से सुनते हैं, सुनने के ल‍िए कौन सा कारण प्रेर‍ित करता है, अगर कोई एप‍िसोड लाइव न सुन पाएं तो बाद में क‍िस माध्‍यम से सुनते हैं, सुनने के बाद क‍िसी के साथ इसकी चर्चा करते हैं या नहीं, कार्यक्रम का रेड‍ियो क्‍ल‍िप सोशल मीड‍िया पर शेयर करते हैं या नहीं आद‍ि‍।

Mann Ki Baat
सर्वे में शाम‍िल चार सवाल आप इस तस्‍वीर में देख सकते हैं।

सर्वे के जर‍िए यह भी जानने की कोश‍िश है क‍ि क्‍या लोग ‘मन की बात’ का रेड‍ियो क्‍ल‍िप अपने सोशल मीड‍िया (फेसबुक, ट्व‍िटर आद‍ि) अकाउंट पर शेयर भी करते हैं? शेयर करने वालों के ल‍िए सवाल यह भी रखा गया है क‍ि बीते आठ सालों में आपने ”मन की बात” के क‍ितने रेड‍ियो क्‍ल‍िप्‍स अपने सोशल मीड‍िया प्‍लैटफॉर्म्‍स पर शेयर क‍िए हैं? जवाब के ल‍िए तीन व‍िकल्‍प हैं- पांच से कम, पांच से दस या दस से ज्‍यादा।

फ‍िर, यह भी कहा गया है क‍ि अगर ”मन की बात” में मीड‍िया से जुड़ी पीएम की क‍िसी सलाह पर आप अमल करते हैं या पहले अमल क‍िया है तो उसके बारे में संक्षेप में बताएं। अगला सवाल पूछा गया है क‍ि क्‍या आपकी राय में ”मन की बात” ने लोगों की ज‍िंंदगी पर कुछ असर डाला है? अपनी राय संक्षेप में बताएं।

एक सवाल यह है क‍ि क्‍या आपको लगता है क‍ि पीएम मोदी को व‍िभ‍िन्‍न मुद्दों पर सुनकर आप लोकतांत्र‍िक प्रक्र‍िया के भागीदार बनते हैं? साथ ही, उस व‍िषय के बारे में भी पूछा गया है ज‍िस पर नरेंद्र मोदी को ‘मन की बात’ में आगे बोलना चाह‍िए।

एक सवाल में पूछा गया है क‍ि ”मन की बात” में पीएम द्वारा चर्चा क‍िए गए राष्‍ट्रीय महत्‍व के न‍िम्‍नल‍िख‍ित व‍िषयों में से क‍िस व‍िषय ने आपकी ज‍िंंदगी पर असर डाला? व‍िकल्‍प हैं- रक्षा, व‍िदेश नीत‍ि, श‍िक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, जमीनी स्‍तर पर अनोखी पहल करने वाले (Grassroots Innovators) और अन्‍य।

सर्वे का मकसद क्‍या है, इस बारे में जानने के ल‍िए हमने आईआईएमसी के संबंध‍ित पदाध‍िकारी से संपर्क क‍िया है। उनसे जानकारी म‍िलने पर इस खबर को अपडेट क‍िया जाएगा।

”मन की बात” का पहला एप‍िसोड 2014 में तीन अक्‍तूबर को प्रसारि‍त हुआ था। नरेंद्र मोदी उसी साल मई में प्रधानमंत्री बने थे। प्रसार भारती की ओर से देश की 52 और व‍िेदेश की 11 भाषाओं में अनुवाद कर इसका प्रसारण क‍िया जाता है।