अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इन दिनों दो चीजों को प्रमोट कर रहे हैं- झटका मीट और कैक्टस (कांटों का एक पौधा)। मोदी के मंत्री कैक्टस को बढ़ावा देने को लेकर इतने उत्साहित हैं कि उन्होंने हाल ही में अपने मंत्रालय के अधिकारियों से भारत में कैक्टस की खेती की संभावना तलाशने को कहा।
कैक्टस को लेकर गिरिराज सिंह का जुनून बढ़ता जा रहा है। बीते बुधवार को जब EaseMyTrip के सीईओ और सह-संस्थापक निशांत पिट्टी, मंत्री से मिलने कृषि भवन स्थित उनके कार्यालय पहुंचे, तो गिरिराज सिंह ने उन्हें कैक्टस से बनी एक जैकेट उपहार में दी।
निशांत ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर मंत्री से मिलने का वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह बता रहे हैं कि उन्हें उपहार में जो जैकेट दिया गया है, वह कैक्टस से बना है।
गिरिराज सिंह को उम्मीद है कि कैक्टस भविष्य में ऊर्जा फसल और कपड़ों के लिए शाकाहारी चमड़े के विकल्प के रूप में उभरेगा, जिससे भारत बड़े पैमाने पर कैक्टस से जूते, बैग, जैकेट और कई अन्य चीजें तैयार कर सकेगा।
कौन हैं निशांत पिट्टी?
निशांत पिट्टी ने 2000 के दशक की शुरुआत में अपने बिजनेस पार्टनर के साथ मिलकर ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म EaseMyTrip की स्थापना की थी। फॉर्च्यून इंडिया द्वारा उन्हें 40 अंडर 40 सूची में नामित किया गया था। भारत की सबसे लोकप्रिय हवाई यात्रा बुकिंग वेबसाइटों में से एक को चलाने के अलावा, निशांत को IMDb द्वारा कंगना की फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झाँसी के सह-निर्माता के रूप में भी जाना जाता है।
गिरिराज सिंह और कैक्टस
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह पिछले साल से लगातार कैक्टस को प्रमोट कर रहे हैं। वह कई बार यह कह चुके हैं कि सरकार बंजर भूमि को पुनर्जीवित करने, आजीविका बढ़ाने के साथ-साथ जैव ईंधन उत्पादन की संभावनाएं तलाशने के लिए कम सिंचाई वाले क्षेत्रों में कैक्टस वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है।
पिछले साल सितंबर में मीडिया से बातचीत के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा था, “कैक्टस एक ऐसा पौधा है जो बहुत कम सिंचाई के साथ उग सकता है। यह जमीन में कार्बन को सोखने के लिए भी जाना जाता है, और एक ऊर्जा संयंत्र है जिसका उपयोग मीथेन के उत्पादन के लिए किया जा सकता है। इसलिए, हम कम पानी वाले क्षेत्रों में कैक्टस के बागान लगाने की योजना बना रहे हैं।”
बता दें कि पिछले साल एक पायलट परियोजना जयपुर के पास (हिंगोनिया में) शुरू की गई थी। ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत आने वाले भूमि संसाधन विभाग को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वाटरशेड डेवलपमेंट कॉम्पोनेन्ट के तहत खराब भूमि को बहाल करने का काम सौंपा गया है।
कैक्टस क्या है?
आमतौर पर माना जाता है कि कैक्टस शब्द ग्रीक शब्द κάκτος या काक्टोस से लिया गया है। यह शब्द दार्शनिक थियोफ्रेस्टस द्वारा कांटेदार पौधे का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। कैक्टस के पौधों को डायनासोर के जमाने का माना जाता है। कैक्टस के अंकुरित होने की सही तारीख अभी तक ज्ञात नहीं है। लेकिन अनुमान लगाया जाता है कि ये 11 करोड़ वर्ष पहले क्रेटेशियस अवधि के दौरान उभरे थे।
अन्य पौधों के विपरीत, जो दिन के दौरान अपने छिद्रों के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और इसे भोजन में परिवर्तित करने के लिए प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करते हैं, कैक्टस पानी के खर्च को कम करने के लिए रात में तापमान कम होने पर CO2 एकत्र करता है।