लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो मिला। यह वीडियो विशेष रूप से टेलीग्राम और फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में मशहूर हस्तियों को एक निवेश योजना का समर्थन करते देखा जा सकता है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये वीडियो ऑनलाइन धोखाधड़ी का हिस्सा हैं। वीडियो में एडिटिंग की मदद से प्रसिद्ध लोगो के विजुअल का इस्तेमाल किया गया है।
क्या वायरल हो रहा है?
फेसबुक यूजर Sona Super ने वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो में उद्योगपति मुकेश अंबानी को एक निवेश योजना का समर्थन करते दिखाया गया है।
हमें ऐसे कुछ और वीडियो भी मिले जो एक निवेश योजना के सपोर्ट में बनाए गए हैं। एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को सरकारी योजना के बारे में बात करते हुए दिखाया गया।
एक वीडियो में सूरज शर्मा नाम के एक अन्य व्यक्ति को दिखाया गया है। वीडियो में बताया जा रहा है कि कैसे प्रसिद्ध लोगों ने उसका समर्थन किया है।
एक अन्य वीडियो में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु को लैला राव का समर्थन करते हुए दिखाया गया है।
कैसे हुआ खुलासा?
हमने अपनी पड़ताल पहले वीडियो से शुरू की, जिसमें मुकेश अंबानी एक महिला और उनकी निवेश योजना का समर्थन करते नजर आ रहे थे।
मुकेश अंबानी की आवाज़ इंसानी नहीं बल्कि मशीनी लग रही थी, इसलिए हमने वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च में डाला। हमें वीडियो में इस्तेमाल किए विजुअल का असली वर्जन एबीपी लाइव की एक समाचार रिपोर्ट में मिला।
तस्वीर में मुकेश अंबानी के साथ नीता अंबानी को उसी ड्रेस पहने हुए दिखाया गया है, जिस ड्रेस में वायरल वीडियो में निवेश योजना वाली महिला नजर आ रही है। स्पष्ट है कि विजुअल में नीता अंबानी के शरीर पर एडिटिंग के जरिए दूसरी महिला का चेहरा लगाया गया है।
वायरल वीडियो में मुकेश अंबानी के जिस विजुअल का इस्तेमाल किया गया है, वह छह साल पहले पुराना है। अंबानी ने तब रिलायंस एजीएम के कार्यक्रम में भाषण दिया था। हमें एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर अंबानी के भाषण का मूल वीडियो मिला।
वीडियो में सोना अग्रवाल को एक ऐसे प्रोजेक्ट का प्रमुख नियुक्त करने की बात कही गई है, जहां हर कोई बिना जोखिम के कमाई कर सकता है। वीडियो में लोगों को सोना के टेलीग्राम चैनल पर जाने के लिए भी कहा गया है। वीडियो में यह भी कहा गया कि इच्छुक व्यक्ति उन्हें बताएं कि वे ‘अंबानी मस्किन’ से हैं।
हमने सबसे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के पीआरओ फ्रेंको विलियम्स से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो और दावा फर्जी है। चेयरमैन मुकेश अंबानी की आवाज के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके बाद हमने सोना सुपर के फेसबुक पेज को भी स्कैन किया, हमें उनकी प्रोफाइल पर कुछ भी विश्वसनीय नहीं मिला।
उपभोक्ता शिकायत न्यायालय की वेबसाइट पर हमें 10 सितंबर, 2023 को सोना अग्रवाल के खिलाफ दर्ज कराया गया रिपोर्ट मिला।
हमें यह भी पता चला कि इस घोटाले में इस्तेमाल की गई महिला की तस्वीर एक फैशन इन्फ्लुएंसर एवं कंटेंट क्रिएटर सुखनीत वाधवा की है।
हमें सुखनीत की वह तस्वीर भी मिली जो नीता अंबानी के चेहरे पर फोटोशॉप की गई थी।
इसके बाद हमने दूसरे वीडियो की पड़लात शुरू की। वीडियो में एक पुलिस इंस्पेक्टर को ट्रेडिंग के जरिए पैसा कमाने के बारे में बताते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह एक सरकारी योजना है। लोग रोजाना 10,000 रुपये लगाकर 80,000 कमा सकते हैं।
हमें पता चला कि ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया गया वीडियो ‘नीरज सरना इंस्पेक्टर’ नाम के एक पुलिस अधिकारी का है। वीडियो में पुलिस अधिकारी के नेमप्लेट से यह स्पष्ट हो जाता है। हमें पता चला कि अधिकारी चंडीगढ़ (मणि माजरा) में तैनात हैं। हमने उससे फोन पर संपर्क किया।
इंस्पेक्टर नीरज सरना ने बताया कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है। वीडियो में उनकी आवाज नहीं है। वह पहले ही वीडियो की रिपोर्ट कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह वीडियो किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का है, मैंने ट्रेडिंग के सपोर्ट में वीडियो नहीं बनाया है।
फिर हमने एक और वीडियो खोजा जिसमें ‘इंडिया टुडे’ का लोगो इस्तेमाल किया गया था। दावा किया जा रहा था सूरज शर्मा के निवेश योजना में पैसा लागकर फायदा कमाया जा सकता है। विश्वास हासिल करने के लिए आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु के एक वीडियो का इस्तेमाल किया गया है। इस वीडियो में फिर से यूजर ने लोगों से टेलीग्राम चैनल के जरिए जुड़ने का आग्रह किया।
हमने उसकी प्रोफ़ाइल को स्कैन किया और एक पोस्ट पाया जहां वह लोगों से अपने टेलीग्राम चैनल से जुड़ने के लिए कह रहा था।
हमें उपभोक्ता शिकायत न्यायालय की वेबसाइट पर सूरज के खिलाफ एक शिकायत मिली।
हमें ईशा फाउंडेशन के पेज पर एक पोस्ट मिला, जिसमें इस वीडियो को घोटाला बताया गया है।
पोस्ट में कहा गया है कि सद्गुरु की आवाज को एआई का उपयोग करके डब किया गया है ताकि ऐसा लगे कि वह किसी व्यक्ति या उत्पाद का समर्थन कर रहे हैं।
हम अगली वीडियो की ओर बढ़े, जिसमें सद्गुरु लैला राव नाम की एक लड़की की निवेश योजना का समर्थन करते नजर आ रहे हैं।
यह वीडियो अन्य वीडियो से काफी मिलता-जुलता था, हमें पता चला कि इस वीडियो में इस्तेमाल की गई तस्वीरें अभिनेत्री स्मृति खन्ना की थीं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर बताया कि ये विज्ञापन उनके नाम पर गलत तरीके से चलाया जा रहा है। लोगों ऐसे किसी घोटाले में न फंसें।
हमें लैला राव के नाम से एक उपभोक्ता शिकायत भी मिली।
निष्कर्ष
ये सभी वीडियो घोटालेबाजों द्वारा बनाए गए हैं और टेलीग्राम और फेसबुक पर व्यापक रूप से साझा किए जा रहे हैं। सलाह दी जाती है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध घोटाले में निवेश न करें।