अंकिता देशकर
लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के नाम से शेयर किए जा रहे एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट मिला। केंद्र सरकार ने सोमवार (11 मार्च) को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू किया, जिसके बाद शहबाज़ शरीफ का कथित पोस्ट वायरल है।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की कथित एक्स प्रोफाइल से किए पोस्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान अपना खुद का CAA लागू करने जा रहा है, जिसके तहत वह उन भारतीय मुसलमानों को नागरिकता देगा जो भारत में प्रताड़ित महसूस करते हैं। हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल पोस्ट फर्जी है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने CAA को लेकर कोई ट्वीट नहीं किया है।
क्या वायरल हो रहा है?
X यूजर Capt Alok Tyagi ने ट्वीट का स्क्रीनशॉट अपने प्रोफाइल पर शेयर किया है।
अन्य यूजर्स भी यही पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
हमें एक एक्स यूजर RealBababanaras का ट्वीट मिला, जिसने स्क्रीनशॉट को कैप्शन दिया था, “अगर पाकिस्तान ऐसा करता तो मैं पाकिस्तान जाने के इच्छुक 100 लोगों के लिए टिकट पैसा दे दूंगा।”
कैसे हुई पड़ताल?
हमने अपनी पड़ताल की शुरुआत खबरों की छानबीन से की। जाहिर है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अगर इस तरह का कोई फैसला लिया होगा, तो उस पर खबरें भी बनीं होंगी। हमारी जांच में पाक पीएम के बयान से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली।
इसके बाद हम शहबाज़ शरीफ की एक्स प्रोफाइल पर गए। वायरल स्क्रीनशॉट में पता चलता है कि पोस्ट 11 मार्च, 2024 को 19:46 बजे किया गया था। लेकिन दिलचस्प है कि शहबाज़ शरीफ ने अपने हैंडल से 11 मार्च को कोई पोस्ट ही नहीं किया।
12 मार्च को इस फैक्ट चेक को लिखे जाने तक भी शहबाज शरीफ ने कुछ पोस्ट नहीं किया। उन्होंने आखिरी बार 10 मार्च, 2024 को पोस्ट्स का एक लंबा थ्रेड शेयर किया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी नियुक्ति पर दुनिया भर के नेताओं से मिली बधाई के लिए धन्यवाद दिया था।
हमें वेबैक मशीन के आर्काइव में भी वायरल ट्वीट नहीं मिला। दरअसल, कई नकली ट्वीट जेनरेटर हैं, जिससे किसी भी व्यक्ति का नकली ट्वीट बनाना और उसे असली दिखाना बहुत आसान हैं।
निष्कर्ष: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने भारत के प्रताड़ित मुसलमानों को पाकिस्तान की नागरिकता देने से संबंधित कानून बनाने को लेकर पोस्ट नहीं किया है। वायरल दावा फर्जी है।
